नैनीडांडा ब्लॉक के राजकीय इंटर कॉलेज कोचियार में स्वास्थ्य विभाग की ओर से उपलब्ध कराई गई आयरन फोलिक एसिड की गोली खाने से करीब 40 बच्चों की तबीयत खराब हो गई। बच्चों को उल्टी, पेट और सिरदर्द की शिकायत होने पर विद्यालय में अफरातफरी मच गई।
108 के माध्यम से बच्चों को धुमाकोट और नैनीडांडा के अस्पतालों में ले जाया गया। जिसमें 10 बच्चों की हालत अधिक खराब होने पर उन्हें भर्ती किया गया है।स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं।
विद्यालय के प्रधानाचार्य अफसर हुसैन ने बताया कि विद्यालय को स्वास्थ्य विभाग के एनएचएम के माध्यम से अप्रैल के अंतिम सप्ताह और मई के प्रथम सप्ताह में बच्चों के लिए आयरन फोलिक एसिड की दवाई उपलब्ध कराई गई थी। तब से स्वास्थ्य विभाग के निर्देशानुसार सप्ताह में एक दिन शनिवार को भूखे बच्चों को छोड़कर अन्य बच्चों को यह दवा दी जा रही थी। शनिवार को भी छह से 12 कक्षा तक के करीब 140 बच्चों को आयरन फोलिक एसिड की गोली दी गई। सबसे पहले एक बच्चे ने उल्टी होने की शिकायत की। उसके बाद एक के बाद एक करीब 40 बच्चों को पेटदर्द, सिरदर्द और उल्टी होने की शिकायत होने लगी।
विद्यालय के प्रधानाचार्य अफसर हुसैन ने बताया कि विद्यालय को स्वास्थ्य विभाग के एनएचएम के माध्यम से अप्रैल के अंतिम सप्ताह और मई के प्रथम सप्ताह में बच्चों के लिए आयरन फोलिक एसिड की दवाई उपलब्ध कराई गई थी। तब से स्वास्थ्य विभाग के निर्देशानुसार सप्ताह में एक दिन शनिवार को भूखे बच्चों को छोड़कर अन्य बच्चों को यह दवा दी जा रही थी। शनिवार को भी छह से 12 कक्षा तक के करीब 140 बच्चों को आयरन फोलिक एसिड की गोली दी गई। सबसे पहले एक बच्चे ने उल्टी होने की शिकायत की। उसके बाद एक के बाद एक करीब 40 बच्चों को पेटदर्द, सिरदर्द और उल्टी होने की शिकायत होने लगी।
खंड शिक्षा अधिकारी अभिषेक शुक्ला ने कहा, “बच्चों की तबीयत बिगड़ने पर स्वास्थ्य विभाग की टीम को स्कूल बुलाया गया और उन्हें एम्बुलेंस के माध्यम से प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र धुमाकोट और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नैनीडांडा लाया गया। चार बच्चों को धुमाकोट और छह बच्चों को नैनीडांडा अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जो लगातार चिकित्सकीय निगरानी में हैं। “