उत्तर प्रदेश में बहराइच जिले के कोतवाली देहात क्षेत्र में भेड़िए की तरह दिखने वाले एक कुत्ते को ग्रामीणों ने घेरकर मार दिया। बीती रात्रि इसी गांव में भेड़िए के हमले से घायल बच्ची का इलाज मेडिकल कॉलेज बहराइच में चल रहा है। पुलिस सूत्रों ने शुक्रवार को बताया कि कोतवाली देहात क्षेत्र के ग्राम यादव पुर में बीती रात संगमलाल (08) को भेड़िए ने हमला कर घायल कर दिया था। आज सुबह संजय (03)और एक बुज़ुर्ग पर भेड़िए की तरह दिखने वाले कुत्ते ने हमला कर दिया। हमले में घायल बुजुर्ग व बच्चे को अस्पताल कराया भर्ती कराया गया है। उत्तेजित ग्रामीणों ने हमलावर कुत्ते को मार गिराया है।
जिले की महसी तहसील के गोलवा गांव में आठ वर्षीय बच्चे पर कथित तौर पर भेड़िए ने हमला कर उसे घायल कर दिया। घायल संगम लाल की मां फूलमती ने एक न्यूज एजेंसी को बताया कि गुरुवार की रात बच्चा घर के दरवाजे के पास खेल रहा था तभी भेड़िए ने हमला कर उसे जख्मी कर दिया। उन्होंने कहा कि बच्चे की चीख सुन कर लोग वहां पहुंचे जिसके बाद भेड़िया वहां से भाग गया। मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डाक्टर संजय खत्री ने देर रात पत्रकारों से बताया “गुरुवार देर शाम गोलवा गांव के मजरा यादवपुर निवासी संगम लाल (आठ) पर भेड़िए ने हमला कर उसे घायल कर दिया। वह मेडिकल कालेज में भर्ती है तथा उसका इलाज कराया जा रहा है। बच्चे के गाल और गर्दन पर बाईं तरफ ऊपरी चोटें (सुपर फेशियल इंजरी) आई हैं, दो टांके लगे हैं। बच्चे की हालत सामान्य है और वह खतरे से बाहर है।” इस घटना से शहर के बाहरी इलाकों में रह रहे लोगों के भीतर भी दहशत व्याप्त हो गयी है।
गौरतलब है कि बहराइच के महसी तहसील क्षेत्र में मार्च माह से लोगों पर भेड़ियों के हमले हो रहे हैं। बरसात के मौसम में हमले बढ़े और जुलाई माह से सोमवार रात तक इन हमलों से सात बच्चों सहित कुल आठ लोगों की मौत हो चुकी है। महिलाओं, बच्चों व बुजुर्गो सहित करीब तीन दर्जन लोग घायल हो चुके हैं। इनमें से करीब 20 लोग गंभीर रूप से घायल हैं। पूर्व में चार भेड़िए पकड़े गये हैं लेकिन हमले जारी हैं। भेड़ियों को पकड़ने के लिए थर्मल ड्रोन व थर्मोसेंसर कैमरे लगाए गये हैं। आदमखोर भेड़ियों को पकड़ने के लिए वन विभाग व प्रशासन पूरी तैयारी से मुस्तैद है। विभिन्न विभागों के अधिकारी और कर्मचारी भेड़िए पकड़ने व जागरूकता अभियान में लगे हैं। वन विभाग की ओर से तीन सेक्शनों में 6-6 टीमें बनाकर नौ शूटरों व 165 अधिकारियों के दल को भेड़ियों की तलाश के आपरेशन में लगाया गया है। अभियान में देहरादून से भारतीय वन्यजीव संस्थान (डब्ल्यू.आई.आई.) के खास तौर पर लाए गये विशेषज्ञों की टीम भी शामिल है।