दिल्ली की जल मंत्री आतिशी ने सोमवार को वजीराबाद बैराज का दौरा किया और हरियाणा सरकार से यमुना नदी में पानी छोड़ने की अपील की। आतिशी ने कहा कि वजीराबाद बैराज को हरियाणा से पानी मिलता है, जो चंद्रावल, ओखला और वजीराबाद के जल उपचार संयंत्रों में जाता है। उन्होंने कहा,”अगर पानी नहीं मिलेगा, तो जल उपचार संयंत्र कैसे काम करेंगे। हम हरियाणा सरकार से अपील करते हैं कि दिल्ली के लोग चिंतित हैं और उन्हें यमुना नदी में पानी छोड़ना चाहिए।”
आतिशी ने कहा कि मूनक नहर और वजीराबाद जल शोधन संयंत्र में पानी की कमी के कारण राष्ट्रीय राजधानी में शोधित जल का उत्पादन करने में 70 एमजीडी (मिलियन गैलन प्रतिदिन) की कमी का सामना करना पड़ रहा है। दिल्ली में सामान्य रूप से (शोधित) जल का उत्पादन लगभग 1,002 एमजीडी होता है, जो अब घटकर 932 एमजीडी रह गया। उन्होंने यह भी कहा कि ऊपरी यमुना नदी बोर्ड की बैठक में जल संकट का कोई समाधान नहीं निकल सका।