समाजवादी पार्टी ने स्वार विधानसभा उपचुनाव में गैर मुस्लिम प्रत्याशी पर दांव खेला है। गुरुवार को नामांकन प्रक्रिया का आखिरी दिन था। सपा ने काफी सोच समझकर नामांकन प्रक्रिया समाप्त होने के करीब 1 घंटे के पहले अनुराधा चौहान के नाम का ऐलान किया। बीजेपी ने यह सीट अपने सहयोगी पार्टी अपना दल (एस) के प्रत्याशी शफीक अहमद अंसारी को चुनावी मैदान में उतारा है। जबकि कांग्रेस और बसपा ने चुनाव से दूरी बना रखी है।
स्वार विधानसभा सीट से आजम खान के बेटे अब्दुल्ला आजम विधायक थे। लेकिन उन्हें एक मामले में सजा हो गई। इसके बाद उनकी विधानसभा सदस्यता रद्द हो गई और सीट खाली हो गई। यहां पर अब उपचुनाव हो रहा है। सपा ने नामांकन के आखिरी दिन तक अपने प्रत्याशी के नाम का ऐलान नहीं किया था। दरअसल सजा रद्द करने के लिए अब्दुला आजम ने हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी लेकिन कोर्ट ने उनकी याचिका को खारिज कर दिया। इसके खिलाफ अब्दुल्ला सुप्रीम कोर्ट पहुंचे थे। गुरुवार को इस मामले में सुनवाई होने थी। हालांकि, सुप्रीम कोर्ट की ओर से कोई आदेश नहीं आने के बाद नामांकन की प्रक्रिया को आनन-फानन में पूरा कराया गया।

सपा ने करीब 21 सालों के बाद स्वार विधानसभा से किसी गैर मुस्लिम प्रत्याशी अनुराधा चौहान पर दांव खेला है। अनुराधा चौहान रामपुर से जिला पंचायत सदस्य हैं। पार्टी ने काफी विचार विमर्श करने के बाद यह फैसला लिया है। सपा ने अनुराधा को टिकट देकर हिंदू वोटरों में साधने की कोशिश की है। मुस्लिम बहुल स्वार सीट पर आखिरी बार 2002 में सपा ने गैर मुस्लिम चेहरा उतारा था। पिछले 21 साल से यह सीट कांग्रेस और सपा खाते में जाती रही है। 2017 और 2022 में अब्दुल्ला यहां जीते थे।
दरअसल इससे पहले सपा को रामपुर विधानसभा और लोकसभा में हार का सामना करना पड़ा था। तब सपा ने मुस्लिम कैंडिडेट को उम्मीदवार बनाया था। बीजेपी ने हिंदू वोटरों को एकजुट किया और मुस्लिम वोटरों में सेँध मारी की। जिसका फायदा बीजेपी को हुआ और जीत हासिल की।
माना जा रहा है था कि स्वार विधानसभा से आजम खान के परिवार या उनके कोई खास ही चुनाव लडे़गा। इसी बीच आजम खान बीमार हो गए। उन्हें दिल्ली के अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जहां पर उनका इलाज चल रहा है। इसके बाद आजम खान स्वार विधानसभा उपचुनाव में उम्मीदवार देने से खुद अलग किया और पार्टी आलाकमान पर छोड़ दिया। पार्टी ने हिंदू वोट में सेंध मारने के लिए अनुराधा चौहान के नाम पर मोहर लगा दी।
स्वार विधानसभा में बीजेपी और सपा के बीच लड़ाई है। 2022 विधानसभा चुनाव में यह सीट बीजेपी गठबंधन अपना दल एस के खाते में गई थी। इस सीट पर ओबीसी आबादी को देखते हुए एक बार फिर यह सीट अनुप्रिया पटेल के खाते में गई। यहां से पिछली बार चुनाव में अपना दल एस ने रामपुर नवाब परिवार के हैदर अली खान उर्फ हमजा मियां को चुनावी मैदान में उतारा था। एक बार फिर अपना दल एस ने शफीक अहमद अंसारी को मैदान में उतारा है।

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