थाना बाह क्षेत्र के बटेश्वर में साई आयुर्वेदिक चिकित्सालय के एक प्राकृतिक चिकित्सा की बेरहमी से हत्या कर दी गई। इसका शव चिकित्सालय के हाल में पड़ा हुआ मिला। सिर और गर्दन पर चोट के काफी निशान हैं। आशंका जताई जा रही है कि किसी भारी भरकम लोहे की रॉड सो पीट-पीटकर सहायक चिकित्सक को मौत के घाट उतारा गया है। फिलहाल इसी चिकित्सालय में काम करने वाले एक बुजुर्ग पर शक है जिसे पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है।प्राथमिक पूछताछ और जांच पड़ताल में यह पता चला है कि बुजुर्ग और सहायक चिकित्सक के बीच किसी बात को लेकर विवाद हुआ था। दोनों में कहा-सुनी हो गई और इसके बाद बुजुर्ग ने सहायक चिकित्सक की हत्या कर दी। बटेश्वर में करीब 10 साल से यह आयुर्वेदिक चिकित्सालय चल रहा है।
पड़ोस के गांव भीकमपुर के रहने वाले डॉक्टर सुनील यादव इसके मालिक हैं और संचालक भी। इसी चिकित्सालय में जसवंत नगर के मोहल्ला कटरा खूबचंद के रहने वाले 50 वर्षीय डॉक्टर योगेश कुमार प्रैक्टिस करते थे। योगेश प्राकृतिक चिकित्सा जानते थे। शुक्रवार सुबह करीब करीब 9:30 बजे इनका शव चिकित्सालय के हाल में पड़ा हुआ मिला। खून बह रहा था, सर में चोट के निशान थे। इसी चिकित्सालय में काम करने वाली महिला कर्मचारी सीमा यादव ने दरवाजा खोला तो इस वारदात का पता चला। योगेश कुमार कश्यप जमीन पर पड़ा हुआ थे। सीमा यादव ने तुरंत इसकी सूचना अस्पताल के संचालक को दी। इसके बाद मौके पर पुलिस पहुंची। शव पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया गया। प्राथमिक पूछताछ के आधार पर बुजुर्ग को हिरासत में दिया गया है। मौके से पुलिस को एक लोहे की रॉड भी मिली है। आशंका है कि इसी लोहे के पाइप से पीट-पीटकर डॉक्टर को मौत के घाट उतार दिया गया। करीब छह साल पहले चिकित्सालय में हरिओम नाम का एक बुजुर्ग आया था। वह मानसिक रूप से कमजोर था। हरिओम नशें का भी आदि था। किसी बात को लेकर उसका डॉक्टर योगेश के साथ विवाद हो गया। आशंका है कि इसी ने सहायक चिकित्सक की हत्या कर दी। मौके से एक शराब की बोतल और गिलास भी मिला है।