एमसीडी में आम आदमी पार्टी के काबिज होने के बाद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गुरुवार को एमसीडी के कामकाज को लेकर अधिकारियों, मंत्रियों व महापौर के साथ बैठक की। उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार के स्कूलों की तर्ज पर एमसीडी के विद्यालय भी विकसित किए जाएंगे।
बैठक में एमसीडी स्कूलों, कूड़े के पहाड़ के अलावा दिल्ली के पार्क व साफ-सफाई को लेकर विस्तार से चर्चा हुई। एमसीडी अधिकारियों ने अब तक किए गए कामों, योजनाओं को लेकर मुख्यमंत्री को जानकारी दी। केजरीवाल ने बैठक में स्कूलों के बुनियादी ढांचे को पांच साल में ठीक करने का निर्देश दिया। कूड़े के पहाड़ खत्म पर सुस्त रफ्तार से कामकाज पर नाराजगी भी जताई है। बैठक में उच्च अधिकारियों के अलावा शहरी विकास मंत्री सौरभ भारद्वाज, महापौर शैली ओबेरॉय समेत अन्य मौजूद रहे।
बुनियादी ढांचे को विश्वस्तरीय बनाएंगे केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली के बच्चों की प्रतिभा में कोई कमी नहीं है, अगर एमसीडी पर्याप्त सहयोग दे तो वह पूरे देश को पीछे छोड़ देंगे। उन्होंने एमसीडी के शिक्षकों और प्रधानाध्यापकों को उचित प्रशिक्षण पर जोर दिया।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि एमसीडी पार्कों के रखरखाव में आरडब्ल्यूए का सहयोग ले। उन्होंने यह निर्देश गुरुवार को एमसीडी अधिकारियों के साथ पार्कों के पुनर्विकास और सड़कों की सफाई को लेकर हुई बैठक में कही। उन्होंने एमसीडी के बागवानी और स्वच्छता परियोजनाओं की समीक्षा की। पार्कों के हालत को लेकर केजरीवाल ने सफाई की निगरानी को मजबूत करने के लिए सफाई कर्मचारियों के लिए जियो टैगिंग व्यवस्था लागू करने का निर्देश दिया।
लैंडफिल साइट सफाई की प्रगति की सुस्त रफ्तार पर केजरीवाल ने नाराजगी जताई। ओखला, भलस्वा और गाजीपुर लैंडफिल पर कूड़े की सफाई की धीमी प्रगति पर अधिकारियों से 15 दिनों के भीतर प्रबंधन पर कार्य योजना बनाने का निर्देश दिया। अधिकारियों ने बताया कि तीनों लैंडफिल साइट पर तय लक्ष्य से कम कूड़े का निपटारा होगा।