असम में बाढ़ की स्थिति में धीरे-धीरे सुधार हो रहा है, हालांकि 17 जिलों में पांच लाख से अधिक लोग अब भी जल त्रासदी से बेहाल हैं। आधिकारिक सूत्रों ने मंगलवार को यह जानकारी दी।

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा को फोन कर स्थिति की जानकारी ली और केंद्र की ओर से हरसंभव मदद का आश्वासन दोहराया। शर्मा को ओडिशा के मुख्यमंत्री ने भी फोन कर चुनौतियों से निपटने के लिए पूर्वी राज्य की आपदा प्रबंधन प्रणाली का उपयोग करने का प्रस्ताव दिया।

राजभवन के एक सूत्र ने बताया कि असम के राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया ने सोमवार को राष्ट्रीय राजधानी में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात की और उन्हें बाढ़ की स्थिति से अवगत कराया।

प्रधानमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार स्थिति से निपटने और बाढ़ के प्रभाव को कम करने में राज्य सरकार को सशक्त बनाने के लिए उनके साथ है।

सूत्र ने बताया कि मोदी ने राज्यपाल को पुनर्वास कार्य में राज्य सरकार की सहायता के लिए अपना समर्थन और सहायता देने का आश्वासन भी दिया।

उन्होंने बताया कि कछार, कामरूप, धुबरी, मोरीगांव, गोलाघाट, डिब्रूगढ़, ग्वालपाड़ा, करीमगंज, शिवसागर, धेमाजी, नलबाड़ी, दारांग, कामरूप मेट्रोपोलिटन, विश्वनाथ, जोरहाट और माजुली में बाढ़ से 5,11,000 से अधिक लोग प्रभावित हैं।

रविवार को 17 जिलों की 5.97 लाख की आबादी प्राकृतिक आपदा से प्रभावित थी। हालांकि नदियों का जल स्तर अब घटने लगा है।

कछार में सबसे अधिक 1.08 लाख से अधिक और इसके बाद धुबरी में 81 हजार, नागांव में 76 हजार से अधिक लोग बाढ़ से प्रभावित हैं।

राज्य में 100 से अधिक राहत शिविरों में लगभग 25 हजार विस्थापित लोग शरण लिए हुए हैं, जबकि 12 राहत वितरण केंद्रों में करीब चार हजार लोगों को भोजन और अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं।

सोमवार को हुई तीन लोगों मौतों के साथ, इस साल अब तक राज्य में बाढ़, बिजली गिरने और तूफान आदि से 112 लोगों की जान जा चुकी है।

नेमाटीघाट, तेजपुर और धुबरी में ब्रह्मपुत्र समेत कुछ प्रमुख नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं।

बुरहिडीहिंग नदी भी खोवांग में और दिसांग नांगलमुराघाट में खतरे के निशान से ऊपर है।

शर्मा ने सोमवार को सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा कि उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री को बाढ़ की स्थिति के बारे में जानकारी दी और साथ ही निरंतर सहयोग के लिए केंद्र को धन्यवाद भी दिया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि शाह ने स्थिति से निपटने में राज्य की मदद के लिए भारत सरकार की ओर से हरसंभव सहायता देने की बात दोहराई।

ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन माझी ने भी शर्मा से फोन पर स्थिति की जानकारी ली और बाढ़ से उत्पन्न चुनौतियों से निपटने में मदद के लिए अपने राज्य की आपदा प्रबंधन प्रणाली की क्षमताओं की सहायता का प्रस्ताव दिया।

असम के मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में लिखा, ‘‘असम के लोगों की ओर से, मैंने उनकी चिंता के लिए हार्दिक आभार व्यक्त किया है। हम इस बात पर सहमत हुए हैं कि यदि हमें किसी प्रकार की सहायता की आवश्यकता होगी तो हम संपर्क में रहेंगे।’’

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