अयोध्या में श्री रामलला प्रतिष्ठा की तारीख जैसे-जैसे नजदीक आ रही है। राम भक्तों में उत्साह, उमंग और आस्था बढ़ती जा रही है। प्रदेश सरकार भी अयोध्या की कनेक्टिविटी यानी सुलभ यातायात उपलब्ध कराने की दिशा में प्रयासरत है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वर्चुअल माध्यम से बेंगलुरु और कोलकाता की हवाई यात्रा को हरी झंडी दिखाई। एयर इंडिया एक्सप्रेस की हवाई सेवा अब कोलकाता और बेंगलुरु के लिए भी मिलेगी। मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि 6 वर्ष पूर्व उन्होंने कल्पना की थी कि अयोध्या को सड़क, रेल, जल और हवाई मार्गो से जोड़ा जाए। जो आज पूरी हो रही है। कार्यक्रम में प्रभारी मंत्री सूर्य प्रताप शाही, मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र, अपर मुख्य सचिव नागरिक उड्डयन एसपी गोयल मौजूद थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि रामलला अपनी जन्म भूमि पर 22 जनवरी को मूर्त रूप में विराजमान होंगे। इस अवसर का साक्षी बनने के लिए देश दुनिया के राम भक्त अयोध्या आने के लिए उत्सुक है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 30 दिसंबर को महर्षि वाल्मीकि अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का लोकार्पण किया था। उसके बाद अब अयोध्या चारों दिशाओं से जुड़ गई है। अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से अब दिल्ली, मुंबई अहमदाबाद, कोलकाता और बेंगलुरु के राम भक्तों को सुलभ साधन मिलेगा। उत्तर प्रदेश एयर कनेक्टिविटी में एक अहम राज्य बन गया है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अयोध्या भारत की सनातन आस्था का प्रतीक है। देश दुनिया का प्रमुख पर्यटन केंद्र होगा। उन्होंने 6 वर्ष पहले कल्पना की थी कि अयोध्या को प्रमुख शहरों से फोर लेन सड़क से जोड़ना, रेलवे लाइन का दोहरीकरण, सरयू नदी में क्रूज सेवा और हवाई अड्डे की स्थापना हो। जो उस समय अकल्पनीय लग रहा था। लेकिन आज यह हकीकत बन गई है।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार ने अयोध्या में अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के लिए नागर विमानन मंत्रालय को 821 एकड़ भूमि उपलब्ध कराई है। यहां पर आठ विमान उतार सकते हैं और एक साथ 500 यात्रियों आने की सुविधा है। भविष्य में हवाई अड्डे के विस्तार की भी कार्य योजना बनाई गई है। प्रदेश सरकार हाईवे अड्डे के विस्तार के लिए पूरा सहयोग करेगी।