उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि अयोध्या के भदरसा मामले में बिना डीएनए टेस्ट के भाजपा का आरोप दुराग्रह पूर्ण माना जाएगा। कुकृत्य के मामले में जिन पर भी आरोप लगा है, उनका डीएनए टेस्ट कराकर इंसाफ का रास्ता निकाला जाए, न कि केवल आरोप लगाकर सियासत की जाए। जो भी दोषी हैं, उन्हें कानून के हिसाब से पूरी सजा दी जाए। लेकिन, अगर डीएनए टेस्ट के बाद आरोप झूठे साबित हों, तो सरकार के संलिप्त अधिकारियों को भी न बख्शा जाए। उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए। अखिलेश यादव ने मांग की है कि सरकार पीड़ित परिवार को तत्काल 20 लाख रुपये की सहायता प्रदान करे।
उन्होंने आगे कहा कि उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था ध्वस्त है। हर दिन हत्या, लूट, दुष्कर्म की घटनाएं हो रही है। भाजपा सरकार घटनाओं को रोकने में विफल है। भाजपा सरकार असली अपराधियों को बचाती रही है। सत्ता के संरक्षण में भाजपा समर्थक भी तमाम अपराधों में संलिप्त पाए गए हैं। वैसे भी अपराधियों में भाजपा सरकार का खौफ नहीं रह गया है। वे भाजपा नेता की बेटी का अपहरण करने से भी नहीं डर रहे हैं। मुख्यमंत्री जी के प्रदेश में कानून व्यवस्था की बेहतरी के दावे झूठे साबित हो रहे हैं। निकम्मी भाजपा सरकार से लोग ऊब गए हैं।
उन्होंने आगे कहा कि भाजपा अयोध्या की हार पचा नहीं पा रही है। भाजपा ने अयोध्या में पिछले सात सालों में जो भ्रष्टाचार और जमीन की लूट की है, अयोध्या और प्रदेश की जनता ने उसी की सजा दी है। भाजपा इसी तरह से अन्याय अत्याचार करती रहेगी, तो जनता लोकसभा चुनाव की तरह विधानसभा के उपचुनाव में भी भाजपा का सफाया करेगी। 2027 के विधानसभा चुनाव में भी प्रदेश की जनता भाजपा को सत्ता से बेदखल करके अन्याय का जवाब जरूर देगी। लोकसभा चुनाव हारने के बाद भाजपा बौखलाई हुई है। बिना जांच पड़ताल के समाजवादी पार्टी को बदनाम करने की नीयत से आरोप लगाना राजनीतिक विद्वेष से प्रेरित है।
उन्होंने कहा कि लखनऊ की घटना में भी समाजवादी पार्टी को बदनाम करने की कोशिश की गई थी। समाजवादी पार्टी ने उस घटना की पहले ही निंदा की थी। उसमें तीन दर्जन नामों की चर्चा है, भाजपा में हिम्मत है तो वह तथाकथित आरोपियों के बारे में श्वेत पत्र जारी करे। भाजपा साजिश के तहत समाजवादी पार्टी के विरूद्ध झूठे आरोप लगाती रही है।
मालूम हो कि, अयोध्या में समाजवादी पार्टी के नेता मोइद खान की बेकरी और घर को जिला प्रशासन के अधिकारियों की एक टीम ने शनिवार को जमींदोज कर दिया। शनिवार को खाद्य सुरक्षा विभाग के अधिकारियों ने आरोपी मोइद खान की बेकरी पर छापा मारा। अधिकारियों ने बेकरी में बन रहे सामान को जब्त कर जांच के लिए भेज दिया है। बेकरी को भी सील कर दिया गया है। खान पर 12 वर्षीय बच्ची के साथ कथित बलात्कार करने और उसे गर्भवती करने का आरोप है।
आरोपी मोइद खान फैजाबाद से समाजवादी पार्टी के सांसद अवधेश प्रसाद का करीबी सहयोगी है। इस बीच पूराकलंदर थाना प्रभारी रतन शर्मा और भदरसा चौकी प्रभारी अखिलेश गुप्ता को निलंबित कर दिया गया है। कोतवाली नगर क्षेत्र में दर्ज मामले में पीड़ित परिवार को समझौता करने के लिए धमकाने के आरोप में सपा नेता और नगर पंचायत भदरसा के चेयरमैन मोहम्मद राशिद, सपा नेता जय सिंह राणा और एक अन्य व्यक्ति को नामजद किया गया है।