यूपी की दस लोकसभा सीटों पर कल यानी सात मई को चुनाव होना है,उसके पहले ही वहां के अमेठी संसदीय क्षेत्र से एक परेशान और हैरान करने वाली खबर आई है।
वहां के गौरीगंज स्थित कांग्रेस कार्यालय के बाहर आधा दर्जन से अधिक गाड़ियों के शीशे तोड़े गए हैं। इस घटना के सामने आने के बाद इलाके में तनाव का माहौल है। घटना के बाद कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता आक्रोशित हैं। सीओ समेत स्थानीय पुलिस और अधिकारी मौके पर पहुंचे हैं। इस घटना के बाद कांग्रेस कार्यकर्ता आक्रोशित हैं। उन्होंने बीजेपी पर आरोप लगाए हैं। यूपी कांग्रेस ने अपने एक्स हैंडल पर लिखा, ‘हार के डर से बौखलाई भाजपा। अमेठी में प्रशासन की मौजूदगी में भाजपाइयों ने जिला कार्यालय के बाहर खड़ी दर्जनों गाड़ियों में तोड़फोड़ की। जिला अध्यक्ष प्रदीप सिंघल कार्यालय में ही मौजूद थे। उन्होंने कांग्रेसजनों के साथ उपद्रवियों को वहां से भगाया लेकिन पुलिस हर बार की तरह तमाशबीन बनी रही जैसे सब कुछ उसकी शह पर हो रहा हो।’
यूपी कांग्रेस ने कहा, ‘भाजपा अपनी हार पहले ही मान चुकी है तभी उनके कार्यकर्ता इतनी नीचता और ओछी हरकतों पर उतर आए हैं। काँग्रेसियों ने कहा है कि कांग्रेस पार्टी और राहुल गांधी के बब्बर शेर किसी से डरते नहीं हैं। अमेठी में कांग्रेस ने सोनिया गांधी के संसदीय क्षेत्र के प्रतिनिधि रहे किशोरी लाल शर्मा को मैदान में उतारा है। उनका मुकाबला बीजेपी की सीनियर नेता स्मृति ईरानी से है। वहीं बसपा ने इस सीट पर नन्हे सिंह चौहान को उतारा है। हालांकि यहां मुख्य मुकाबला बीजेपी और कांग्रेस के बीच नजर आ रहा है।
फिलहाल, इस सीट से स्मृति ईरानी सांसद हैं। उन्होंने 2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के तत्कालीन अध्यक्ष राहुल गांधी को इस सीट से हराया था। जहां एक ओर कांग्रेस अपना खोया हुआ सम्मान वापस पाने की कोशिश में जुटी है, वहीं बीजेपी एक बार फिर इस सीट पर जीत की मुहर लगाने की कवायद में लगी है।