खालिस्तान समर्थक और ‘वारिस पंजाब दे’ के प्रमुख अमृतपाल सिंह को पकड़ना आसान साबित नहीं हो पा रहा है। उत्तराखंड और यूपी से लगे बॉर्डर बिलासपुर (यूपी) में अमृतपाल के समर्थन में रैली के पोस्टर लगाए गए हैं। पोस्टर लगने के बाद पुलिस-प्रशासन में हड़कंप मच गया है। सूत्रों के मुताबिक, इस मामले में यूपी पुलिस ने कुछ लोगों को हिरासत में लिया है।
इनसे केंद्रीय खुफिया एजेंसियां पूछताछ कर रही हैं। वहीं , उधम सिंह नगर जिले का रुद्रपुर का सीमावर्ती जिला होने के चलते इस मामले को लेकर ऊधमसिंह नगर पुलिस भी अलर्ट मोड पर आ गयी है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, फरार खालिस्तान समर्थक अमृतपाल को लेकर बिलासपुर में अफवाह फैली कि अमृतपाल की गिरफ्तारी हो चुकी है।
इसको लेकर कुछ समर्थकों ने अमृतपाल के समर्थन में 26 मार्च को रैली का ऐलान करते हुए पोस्टर चस्पा कर दिए। इसमें अमृतपाल की केंद्र सरकार की ओर से गिरफ्तारी किए जाने की बात लिखते हुए इसे गैरकानूनी बताते हुए 26 मार्च को बिलासपुर में रैली निकालने का आह्वान कर दिया गया।
इससे बिलासपुर पुलिस और खुफिया एजेसियों में हड़कंप मच गया। एसपी सिटी रुद्रपुर, मनोज कत्याल ने बताया कि यूपी पुलिस ने कुछ लोगों को हिरासत में लिया है। रामपुर के पुलिस अफसरों से संपर्क कर हिरासत में लिए गए संदिग्ध लोगों के स्थानीय लिंक की पड़ताल कराई जा रही है।
खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह को लेकर उत्तराखंड पुलिस अलर्ट है। शनिवार को लगभग आठ बजे एसपी सिटी मनोज कत्याल ने यूपी पुलिस के अधिकारियों के साथ पोलिगंज में संयुक्त चेकिंग अभियान चलाया। इस दौरान दो वाहनों के चालान और तीन वाहन सीज किये गए।
यूपी बॉर्डर में सीओ सदर पीलीभीत डॉ. प्रतीक दहिया, न्यूरिया कोतवाल उदयवीर सिंह सहित मझोला यूपी पुलिस के स्टाफ व एसपी सिटी रुद्रपुर मनोज कत्याल ने सत्रहमील पुलिस के साथ बॉर्डर पर चेकिंग अभियान चलाया। आठ बजे से यह अभियान 9 बजे तक चला। इस दौरान हर वाहन को चेक किया गया।
पंजाब से फरार हुए खालिस्तान समर्थक और ‘वारिस पंजाब दे’ के प्रमुख अमृतपाल और उसके फरार साथियों की तलाश में जिला पुलिस ने पूरी ताकत झोंक दी है। यूपी से सटे बॉर्डर से लेकर खटीमा से लगी नेपाल सीमा तक सघन चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है। वहीं पुलिस पंजाब से और तीर्थयात्रा पर आने वाली बसों पर भी पैनी नजर बनाए हुए है।
पुलिस बसों से लेकर होटलों तक में सघन चेकिंग अभियान चला रही है। वहीं जी-20 के रूट से लेकर शहरों से लेकर गांव-कस्बों तक सत्यापन अभियान चलाया जा रहा है। सूत्रों के मुताबिक 50 अन्य लोगों के डोजियर बनाए गए हैं। फरार खालिस्तान समर्थक अमृतपाल के उत्तराखंड में आने और नेपाल भागने की कोशिश की संभावनाओं के मद्दनेजर जिला पुलिस हाई अलर्ट पर है।
पुलिस के साथ ही पीएसी को भी सर्च और चेकिंग अभियान में लगाया गया है। गांवों-गांवों में पुलिस पिकेट तैनात की गई है। यूपी से आने वाले हाईवे के साथ ही लिंक मार्गों पर भी पुलिस का सख्त पहरा है। 24 घंटे पुलिस निगरानी कर रही है। हालांकि, अब तक पुलिस को अमृतपाल को लेकर कोई विशेष इनपुट नहीं मिले हैं।
वहीं जिला पुलिस की पंजाब से आने वाली बसों पर खास नजर है। बसों की चेकिंग की जा रही है, जिससे की हुलिया बदलकर अमृतपाल या उसके फरार साथी जिला पुलिस को चकमा न दे सकें। वहीं अब तक करीब 5 हजार लोगों का सत्यापन किया गया है। सत्यापन न कराने वालों के पुलिस एक्ट में चालान किए जा रहे हैं।
सत्यापन के लिए पुलिस ने नया फॉर्मेट भी जारी किया है। पुलिस के मुताबिक, चालान के बाद तय समय सीमा तक सत्यापन न कराने वालों पर दस हजार रुपये जुर्माना किया जाएगा। वहीं खटीमा से सटी नेपाल की खुली सीमा पर पुलिस और एसएसबी के जवान लगातार चेकिंग अभियान चला रहे हैं।
अमृतपाल को लेकर पुलिस हाई अलर्ट पर है। पंजाब से आने वाली बसों और तीर्थयात्री वाहनों की चेकिंग की जा रही है, जिससे कि हुलिया बदलकर फरार आरोपी पुलिस को चकमा देकर जिले में दाखिल न हो सकें। सोशल मीडिया पर भी साइबर सेल की निगाहें हैं। सत्यापन अभियान तेजी से चलाया जा रहा है।
पंजाब से फरार खालिस्तान समर्थक अमृतपाल के नेपाल आवााजाही करने की आशंका को देखते हुए सीमांत में सुरक्षा बल अलर्ट हो गया है। धारचूला से लेकर झूलाघाट तक भारत-नेपाल सीमा पर एसएसबी ने चौकसी बढ़ा दी है। पिथौरागढ़ से लगी नेपाल सीमा पर सुरक्षा एजेंसियां सतर्क नजर आई।
खोजी कुत्तों की मदद लेकर आवाजाही कर रहे लोगों के सामान की जांच की गई। पुलिस व एसएसबी यहां सीमा पर झूलापुलों से आवाजाही कर रहे लोगों की वास्तविक पहचान को लेकर काफी सजगता बरत रही है। सुरक्षा एजेंसियों को खालिस्तान समर्थक अमृतपाल के वेश बदलकर नेपाल परिवेश करने के इनपुट मिले हैं। ऐसे में सुरक्षा एजेंसिया किसी भी तरह की चूक नहीं करना चाहती।
खुफिया तंत्र ने भी जिले में आवाजाही करने वाले लोगों पर नजर रखनी शुरू कर दी है। झूलाघाट, बलुवाकोट, जौलजीबी, धारचूला के साथ ही जिले की नेपाल से लगी खुली सीमा पर सतर्कता बढ़ा दी गई है। धारचूला में पुल पर आवाजाही कर रहे लोगों की पूरी दिन तत्परता से जांच करती नजर आई। एसएसबी के जीएस चौहान ने बताया कि खोजी कुत्तों के साथ सुरक्षा कर्मी आवाजाही कर रहे लोगों की सघन जांच कर रहे हैं।