पंजाब से फरार खालिस्तान समर्थक, और ‘वारिस पंजाब दे’ का प्रमुख अमृतपाल सिंह के नेपाल आवाजाही करने की आशंका के बीच उत्तराखंड नेपाल बॉर्डर पर पुलिस अधिकारियों, और खूफिया विभाग में हड़कंप मच गया। बॉर्डर पर पहले से ज्यादा सख्ती करते हुए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया।
उत्तराखंड से नेपाल जाने वाले लोगों की आईडी चेक की जा रही है। यूपी और हिमाचल प्रदेश बॉर्डर पर गाड़ियों की सघन चेकिंग की जा रही है। उत्तराखंड बॉर्डर पर बसे सीमांत में सेटेलाइट फोन का इस्तेमाल होने का मामला सामने आया है। जिला मुख्यालय के नजदीक चंडाक ढूंगा गांव से सेटेलाइट फोन के सिग्नल मिले हैं।
जिसके बाद पुलिस के साथ ही खुफिया एजेंसियां भी अलर्ट हो गई हैं। नेपाल बॉर्डर पर गाड़ियों की ढंग जांच करने के बाद ही छोड़ा जा रहा है। पिथौरागढ़ जिला मुख्यालय से करीब 13 किमी दूर ढूंगा गांव में बीती 24 मार्च, शुक्रवार को सेटेलाइट फोन का इस्तेमाल होने की सूचना पुलिस को मिली थी।
जांच में क्षेत्र से सेटेलाइट फोन के सिग्नल मिलने की पुष्टि हुई, जिसके बाद पुलिस ने क्षेत्र का का निरीक्षण भी किया। लेकिन सेटेलाइट फोन का इस्तेमाल किसने किया, इसका सुराग अब तक नहीं लग सका है। इधर, भारत-नेपाल सीमा पर जिला मुख्यालय के नजदीक सेटेलाइट फोन के इस्तेमाल से तरह-तरह की चर्चाएं हैं।
लोग इसे फरार चल रहे खालिस्तान समर्थक अमृतपाल से भी जोड़कर देख रहे हैं। पुलिस सूत्र भी अमृतपाल के सेटलाइट फोन वाले एंगल से इंकार नहीं कर रहे। बता दें, कि वर्ष 2018 में चीन सीमा पर मिलम से मलारी के बीच सेटेलाइट फोन के सिग्नल मिल चुके हैं। एसपी पिथौरागढ़, लोकेश्वर सिंह ने बताया कि पिथौरागढ़ के ढूंगा गांव में सेटेलाइट फोन के सिग्नल मिले हैं।
इस संबंध में सभी पहलुओं को ध्यान में रखकर जांच की जा रही है। बताय कि पुलिस की कई टीमें बनाईं गईं हैं। मामले की बहुत ही गहनात से जांच की जा रही है। एस सिंह ने बताया कि भारत-नेपल बॉर्डर पर अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है। गाड़ियों की चेंकिग करने के साथ ही हर आने-जाने व्यक्ति की आईडी भी चेक की जा रही है।
खालिस्तान समर्थक व वारिस पंजाब दे संगठन के संचालक अमृतपाल सिंह को लेकर विकासनगर व सहसपुर पुलिस लगातार चौकन्नी है। हिमाचल की सीमा से लगे कुल्हाल बैरियर व यूपी की सीमा से लगे दर्रारीट बैरियर पर पुलिस लगातार चेकिंग अभियान चलाये हुए है। गुरुवार दोपहर से पुलिस हिमाचल की सीमा से लगे कुल्हाल बैरियर व यूपी की सीमा से लगे दर्रारीट बैरियर, डाकपत्थर बैराज पुल पर चौबीस घंटे वाहनों की सघन चेकिंग अभियान चलाये हुए है।
खालिस्तान समर्थक अमृतपाल की तलाश में सीमा पर गहन चेकिंग जारी है। उसकी तलाश में भारत और नेपाल की संयुक्त फोर्स ने वन महोलिया से सेमलघाट तक 15 किलोमीटर पैदल गश्त की। इस दौरान एसएसबी की तीन कंपनियां, पुलिस और खुफिया विभाग के लोग शामिल रहे।
सीमा से सटे नगरा तराई, वन महोलिया सहित कई गांवों में एसएसबी ने कांबिंग की। इस दौरान दोनों देशों के नागरिकों से सीमा पर पूछताछ की गई। सिसैया गांव में बैरियर लगाकर प्रतिदिन आवाजाही करने वाले लोगों से पूछताछ की जा रही है। एसओ झनकइया रविन्द्र बिष्ट ने बताया कि शारदा बैराज से लेकर बॉर्डर पर सेमलघाट, वन महोलिया तक पड़ने वाले गांवों में अमृतपाल के पोस्टर लगाए जा रहे हैं।
लोगों की आईडी चेक की जा रही है। लोगों को अमृतपाल और उसके भगोड़े साथियों के अपराधों व भागने के विषय की जानकारी दी जा रही है। बताया कि भारत से नेपाल जाने वाली सभी गाड़ियों की गहनता से जांच की जा रही है। बॉर्डर पर रात के समय अतिरिक्त सुरक्षा व्यवस्था की गई है, ताकि भगोड़ा अमृतपाल भागने में सफल न हो सके।