मुजफ्फरनगर। नशे की दल दल में फंसे युवाओं को बाहर निकालने के लिए प्रशासनिक अधिकारियों ने कमर कस ली हैं। जिला कलेक्ट्रेट स्थित लोकवाणी सभा कक्ष में सिटी मजिस्ट्रेट विकास कश्यप ने दवा व्यापारियों के साथ बैठक कर आवश्यक दिशा निर्देश दिए हैं। सिटी मजिस्ट्रेट विकास कश्यप मैं दवा व्यापारियों से अपनी अपनी दुकानों में कैमरे लगवाने के लिए निर्देश दिए हैं। उन्होंने बताया कि दवा व्यापारियों द्वारा अपनी दुकानों में कैमरे लगवाने से प्रतिबंधित दवाइयों की बिक्रियों पर रोक लगाने में आसानी होगी। उनका कहना है कि दिन प्रतिदिन हमारे देश का युवा कुछ भ्रष्ट दवा व्यापारीयों के कारण नशे की दल दल में फंसता जा रहा हैं।
उन्होंने कहा कि जो कैमरे दुकानों में लगाए जायेंगे प्रशासन उन केमरो की जांच कर सके और पता कर सके की नाबालिगों को नशीली दवाई तो नही बेची जा रही हैं ।वही सिटी मजिस्ट्रेट ने दवा व्यापारियों से कहा की शासन द्वारा ज़ारी की गई एच 1 ओर एक्स 1 गाइडलाइन के अंतर्गत ड्रग्स विभाग द्वारा दर्जनों नशीली दवाइयां प्रतिबंधित की गई है। उन्होंने कहा कि उनको ना बेचे और प्रशासन का सहयोग करे,वही दवा व्यापारियों ने भी सिटी मजिस्ट्रेट के सामने अपनी समस्याएं रखते हुए कहा कि जब ड्रग्स विभाग निरीक्षण करने आता है तो पुलिस को भी साथ लेकर आता है। उन्होंने कहा कि निरीक्षण को छापेमारी का नाम दिया जाता है जिससे दवा व्यापारियों की बदनामी होती है। दवा व्यापारियों ने सिटी मजिस्ट्रेट से कहा की आज तक का रिकॉर्ड है कभी भी ड्रग्स विभाग के साथ अभद्र व्यवहार व बदसलूकी नही की गई और ना ही आगे होगी। उन्होंने कहा कि हम विश्वास दिलाते हैं हम सब दवा व्यापारी हमेशा से सहयोग करते आए हैं और आगे भी करेंगे। बैठक में ड्रग इंस्पेक्टर पवन शाक्य व दवा व्यापारी पुष्पेद्र मलिक, अनिरुद्ध अग्रवाल, रविंद्र निर्वाल गुप्ता सहित दर्जनों दवा व्यापारी मौजूद रहे।