कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने लोकसभा की सदस्यता से अयोग्य ठहराए जाने के बाद शनिवार को कहा कि वह लोकतंत्र की लड़ाई लड़ रहे हैं और डरने वाले नहीं हैं। उन्होंने यह भी कहा कि भारतीय जनता पार्टी अडाणी समूह से जुड़े सवालों से ध्यान भटकाने के लिए उन पर ओबीसी समुदाय के अपमान का आरोप लगा रही है।

इस दौरान राहुल गांधी ने कहा कि मैं पहले भी कई बार कह चुका हूं कि देश में लोकतंत्र पर हमला हो रहा है। इसके उदाहरण हम आए दिन देख रहे हैं। मैंने संसद में पीएम मोदी और अडानी के रिश्तों को लेकर सवाल पूछा। राहुल गांधी ने कहा कि भारत में लोकतंत्र पर हमले किए जा रहे हैं, इसके उदाहरण समय-समय पर सामने आते रहते हैं। अदाणी के रिश्ते पुराने हैं, मैं देशहित में सवाल पूछना बंद नहीं करूंगा। उन्होंने कहा कि वह (भाजपा) मुझे  मारें-पीटें, सदस्यता रद्द करें या जेल में डाले मुजे फर्क नहीं पड़ता।

राहुल ने कहा कि  मेरे भाषण को संसद में हटाया गया, मुझे धमकाकर चुप नहीं करा सकते। मैं हिंदुस्तान के लोकतंत्र के लिए लड़ रहा हूं और लड़ता रहूंगा। मेरे बारे में संसद में झूठ बोला गया, मैंने अपनी बात रखी तो जवाब नहीं आया।  सरकार के मंत्रियों ने मेरे ऊपर झूठा आरोप मढ़ा है। उन्होंने कहा कि मेरे ऊपर विदेशी ताकतों का हाथ है। मैंने स्पीकर सर से कहा कि ये झूठा आरोप है आप मुझे बोलने क्यों नहीं देते. राहुल ने कहा कि मुझे डर नहीं लगता। मैं इनसे सवाल पूछता रहूंगा। मैं अडानी और 20 हजार करोड़ पर सवाल पूछता रहूंगा।

राहुल गांधी ने आगे कहा कि मुझे डिस्क्वालिफाई करके डरा नहीं सकते, सवाल पूछता रहूंगा।  मैंने संसद में यह सवाल पूछा कि अडानीजी की शेल कंपनी में 20 हजार करोड़ किसी ने इन्वेस्ट किया। यह रकम किसी की। मैंने संसद में बताया कि पीएम मोदी और अडानी के बीच क्या रिश्ता है. मीडियो रिपोर्ट्स के हवाले से मैंने उन्हें सबूत भी दिए।

राहुल गांधी ने कहा कि मोदी जी और अडानी का रिश्ता काफी पुराना है. जब नरेंद्र मोदी जी गुजरात के सीएम बने थे, तब से रिश्ता है. मैंने हवाई जहाज में बैठे उनकी फोटो भी दिखाई है. वह अपने मित्र के साथ बड़े आराम से बैठे हुए थे।

राहुल गांधी ने कहा कि अडानी पर मेरे भाषण से प्रधानमंत्री डरे हुए हैं और मैंने यह उनकी आंखों में देखा है, इसलिए पहले मुद्दे से ध्यान भटकाया गया. उसके बाद मुझे अयोग्य घोषित कर दिया गया।

कांग्रेस नेता राहुल गांधी की सदस्यता रद्द होने के विरोध में देशभर में प्रदर्शन हो रहे हैं. इस पर उन्होंने कहा- मुझे समर्थन देने के लिए मैं सभी विपक्षी दलों को धन्यवाद देता हूं, हम सब मिलकर काम करेंगे. उन्होंने माफी मांग के सवाल पर कहा- गांधी कभी माफी नहीं मांगता. मैं सावरकर नहीं हूं.

 

वहीं कांग्रेस के दिग्गज नेताओं ने राहुल के खिलाफ ऐक्शन पर देशभर में जन आंदोलन करने का फैसला किया है। चंडीगढ़ में यूथ कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने राहुल गांधी की अयोग्यता के विरोध में नई दिल्ली-चंडीगढ़ शताब्दी ट्रेन को चंडीगढ़ रेलवे स्टेशन पर रोक दिया।इस दौरान उन्होंने जमकर हंगामा किया।

 

बता दें कि केरल की वायनाड संसदीय सीट का प्रतिनिधित्व कर रहे राहुल गांधी को सूरत की एक अदालत द्वारा वर्ष 2019 के मानहानि के एक मामले में सजा सुनाये जाने के मद्देनजर शुक्रवार को लोकसभा की सदस्यता के लिए अयोग्य ठहरा दिया गया। लोकसभा सचिवालय की ओर से जारी अधिसूचना में कहा गया है कि उनका अयोग्यता संबंधी आदेश 23 मार्च से प्रभावी होगा। अधिसूचना में कहा गया है कि उन्हें (राहुल गांधी) संविधान के अनुच्छेद 102 (1) और जन प्रतिनिधित्व अधिनियम 1951 की धारा 8 के तहत अयोग्य घोषित किया गया है। उल्लेखनीय है कि सूरत की एक अदालत ने ‘‘मोदी उपनाम” संबंधी टिप्पणी को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी के खिलाफ 2019 में दर्ज आपराधिक मानहानि के एक मामले में उन्हें बृहस्पतिवार को दोषी ठहराया तथा दो साल कारावास की सजा सुनाई।

By admin

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Verified by MonsterInsights