अडाणी ग्रुप मामले में विपक्ष संयुक्त संसदीय समिति यानी जेपीसी के गठन की मांग कर रहा है. इस बीच सपा प्रमुख अखिलेश यादव
लखनऊ में पत्रकारों से बातचीत में यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने कई सवालों के जवाब दिए. राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में पीएम मोदी के खिलाफ करीब 2000 पोस्टर लगाए गए हैं जिसके बाद पुलिस ने 100 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है. एफआईआर दर्ज होने के लेकर जब अखिलेश यादव की प्रतिक्रिया जानने की कोशिश की गई तो उन्होंने तंज भरे लहजे में कहा, ‘उत्तर प्रदेश से भारत सरकार सीख रही है.’
मध्य प्रदेश और राजस्थान में विधानसभा चुनाव आयोजित कराए जाने हैं, क्या समाजवादी पार्टी इन दो राज्यों में चुनाव लड़ेगी? इस सवाल पर अखिलेश ने कहा, ‘जहां सपा का संगठन होगा वहां पार्टी चुनाव लड़ेगी.’ क्या पार्टी कांग्रेस के साथ जाएंगी, पत्रकारों के इस सवाल पर अखिलेश यादव ने कहा, ‘ये सवाल अभी नहीं आता है, जहां सपा का संगठन है वहां चुनाव लड़ेगी. य़ह रणनीति चुनाव के वक्त तय होगी.’ 2024 का चुनाव क्या दिलचस्प होने जा रहा है? इस सवाल के जवाब में सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा, ‘जिसको जो आशीर्वाद मिल रहा है लीजिए. जो ज्यादा आशीर्वाद पाएगा वही चुनाव जीतेगा.’
ने दावा किया है कि बीजेपी 6 महीने बाद जेपीसी का गठन करेगी और इसकी रिपोर्ट एक साल बाद आएगी. बता दें कि विपक्ष ने मंगलवार को जेपीसी की मांग को लेकर संसद भवन की पहली मंजिल पर प्रदर्शन भी किया था. इस प्रदर्शन में मल्लिकार्जुन खरगे समेत कांग्रेस के कई सांसद मौजूद रहे. इसके अलावा डीएमके और बीआरएस के सांसदों ने भी ‘वी वॉन्ट जेपीसी’ के नारे लगाए.