उत्तर प्रदेश में मंगलवार को सीएम योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में कैबिनेट की बैठक हुई। इस बैठक में 17 प्रस्तावों पर मुहर लगी। जिसमें सबसे खास यह रहा कि सोनभद्र के ओबरा मे 800 मेगावाट के दो पॉवर प्लांट स्थापित करने की मंजूरी मिल गई। यह उत्तर प्रदेश का पहला अल्ट्रा सुपर क्रिटिकल पॉवर प्लांट होगा जिस पर करीब 18 हजार करोड़ की लागत आएगी।
कैबिनेट की बैठक में लिए गए फैसलों की जानकारी ऊर्जा मंत्री ऐके शर्मा ने दी। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार और NTPC का 50% -50% का संयुक्त प्रोजेक्ट लगाया जाएगा जो ओबरा डी के नाम से स्थापित होगा। शर्मा ने बताया कि पहला प्लांट 50 महीने मे स्थापित होने की संभावना जबकि दूसरे प्लांट की 56 महीने में स्थापित किया जाएगा। इस पर कुल लागत 17 हजार 985 करोड़ (लगभग 18 हजार करोड़) आएगी।
शर्मा ने बताया कि लोक निर्माण विभाग की ओर से जनपद रामपुर में शाहाबाद – रामपुर – बाजपुर मार्ग (स्टेट हाइवे 144 ) के चैनेज 0 से चैनेज 30100 तक,चैनेज 48.754 से 7.246 तक कुल लम्बाई 57.592 किमी के चौड़ीकरण सुदृढ़ीकरण के लिए वित्तीय स्वीकृति प्रदान की गई है। इस कार्य में 2 अरब की लागत आएगी। यह मार्ग इसलिए अहम है क्योंकि यह रामपुर शाहाबाद से शुरु होकर उत्तराखंड के जिम कार्बेट तक जाता है।
इसके अलावा कैबिनेट में जिन महत्वपूर्ण प्रस्तावों को मंजूरी मिली उसमें मिर्ज़ापुर में मां विंध्यवासिनी कोरिडोर के विस्तारीकरण कार्य के संबंध मे प्रस्ताव पास,सड़क चौड़ीकरण हेतु मार्ग अतिक्रमण व ध्वस्तीकरण कार्य तथा चित्रकूट मे रानीपुर टाइगर रिजर्व पार्क क्षेत्र मे पर्यटन विकास हेतु लैंड बैंक चिन्हांकन शामिल है।
भारत सरकार के मिशन वात्सल्य योजना को राज्य सरकार द्वारा अंगीकार करने का प्रस्ताव पास किया गया है। केंद्र सहायतित मेडिकल कॉलेज़ योजना के संबंध मे प्रतापगढ़ स्वशासी मेडिकल कॉलेज़ के जीर्ण शीर्ण भवनो के ध्वस्तीकरण के संबंध में प्रस्ताव पास किया गया है।
जनपद कुशीनगर मे जिला कारागार निर्माण हेतु चयनित भूमि को कारागार विभाग को हस्तान्तरित करने के संबंध मे प्रस्ताव पास हुआ है जबकि हाथरस मे कारागार निर्माण हेतु 184 करोड़ 94 लाख की स्वीकृति प्रदान की गई है। उत्तर प्रदेश के निजी क्षेत्र के टी. एस मिश्रा विश्विद्यालय लखनऊ के स्थापना के संबंध मे प्रस्ताव पास किया गया है।