विदा लेते मानसून ने समूचे उत्तर भारत को पूरी तरह भिगो दिया है। गुजरात और मध्यप्रदेश, दिल्ली एनसीआर, उत्तराखंड और बिहार में रुक-रुककर बारिश का दौर जारी है। गुजरात और मध्यप्रदेश में बाढ़ से जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। गुजरात में नर्मदा और अन्य नदियों में जलस्तर बढ़ जाने से निचले इलाकों में बाढ़ गई और कई गांवों का संपर्क टूट गया। बाढ़ के हालात को देखते हुए कई ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है। गुजरात में 11 हजार और मध्यप्रदेश में 8700 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया। मौसम विभाग के अनुसार आने वालों में बारिश से राहत मिलती नजर नहीं आ रही है। आने वाले तीन से पांच दिनों तक देश के कई राज्यों में झमाझम बारिश होगी।

मध्यप्रदेश में चंबल और शिप्रा नदी उफान पर है। सोमवार को शिप्रा के जलस्तर में कमी आई, लेकिन तट के नजदीक मंदिर अब भी पानी में डूबे हैं। खरगोन जिले में कई गांव जलमग्न हो गए। 450 से ज्यादा लोगों को रस्सी और टृयूब के सहारे रेस्क्यू किया गया है। प्रदेश के मालवा और निमाड़ क्षेत्रों में भारी बारिश के कारण कई इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति पैदा होने से 8,700 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। पिछले दो दिनों में खरगोन, बड़वानी, धार, खंडवा, बुरहानपुर, अलीराजपुर और इंदौर जिलों में भारी बारिश हुई।

राजस्थान में मानसून सक्रिय होने के बाद शुक्रवार रात से रुक-रुककर बारिश का दौर जारी है। मौसम विभाग के अनुसार मंगलवार तक यह दौर जारी रहने के आसार हैं। वहीं, उत्तर प्रदेश के कई जिलों में बारिश के साथ बिजली गिरने से 12 लोगों की मौत हो गई। कुशीनगर में पांच, देवरिया में तीन और गाजीपुर जिले में चार लोगों की बिजली गिरने से जान गई।

हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश का दौर जारी है। हिमाचल प्रदेश में ‘येलो अलर्ट’ के बीच शिमला समेत कई जिलों में बारिश हुई तो वहीं चोटियों पर हिमपात हुआ। जटोन बैराज में जलस्तर बढ़ने के कारण गेट खोलने पड़े। सिरमौर के अधिकांश हिस्सों में रात भर बारिश से गिरि नदी का जलस्तर बढ़ गया। इससे मक्की को नुकसान पहुंचा। मंडी के पंडोह और पतलीकूहल से मनाली के बीच एनएच की मरम्मत के चलते ट्रैफिक बंद रहेगा। किन्नौर के निगुलसरी में पिछले 10 दिनों से बंद एनएच-5 बहाल हो गया। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने सोमवार के लिए भी खराब मौसम का येलो अलर्ट जारी किया है।

तेलंगाना के कई जिलों के अलग-अलग स्थानों पर अगले सात दिनों के दौरान हल्की बारिश या फिर गरज के साथ बौछारें पड़ने के आसार हैं। मौसम विज्ञान केंद्र (आईएमडी) ने सोमवार को यह जानकारी दी। विभाग ने दैनिक रिपोर्ट में बताया कि दक्षिण-पश्चिम मानसून तेलंगाना में कमजोर रहा है। पिछले 24 घंटों में राज्य के अलग-अलग हिस्सों में बारिश हुई।

उत्तरी तटीय आंध्र प्रदेश, यनम और दक्षिण तटीय आंध्र प्रदेश में अलग-अलग स्थानों पर अगले पांच दिनों के दौरान बिजली गिरने और गरज के साथ बारिश होने के आसार हैं। मौसम विज्ञान केंद्र ने यह जानकारी दी। यहां जारी दैनिक मौसम रिपोर्ट में अगले सात दिनों के दौरान उत्तरी तटीय आंध्र प्रदेश, यनम और दक्षिण तटीय आंध्र प्रदेश और रायलसीमा में कई स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश या गरज के साथ बौछारें पड़ने का अनुमान जताया गया है।

उत्तर पश्चिम बंगाल की खाड़ी और आसपास के क्षेत्र में अगले 48 घंटों के दौरान कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है। भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) सूत्रों ने यह जानकारी दी और ओडिशा के कई जिलों में अगले पांच दिनों तक बारिश की भविष्यवाणी की। सूत्रों ने कहा है कि एक चक्रवाती परिसंचरण पूर्वोत्तर और उससे सटे पूर्वी मध्य बंगाल की खाड़ी पर स्थित है और समुद्र तल से 5.8 किमी ऊपर तक फैला हुआ है। इसके प्रभाव के तहत, अगले 48 घंटों के दौरान उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी और उसके आसपास एक कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है।

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