अमेरिका की किशोरी कोको गॉफ ने आर्यना सबालेंका के खिलाफ अमेरिकी ओपन टेनिस टूर्नामेंट के महिला एकल के फाइनल में पहला सेट गंवाने के बाद शानदार वापसी करके अपने करियर का पहला ग्रैंडस्लैम खिताब जीता।
फ्लोरिडा की रहने वाली 19 वर्षीय खिलाड़ी गॉफ ने खराब शुरुआत से उबरते हुए 2-6, 6-3, 6-2 से जीत हासिल की। इस प्रतियोगिता में दूसरी वरीयता प्राप्त सबालेंका का इस हार के बावजूद सोमवार को जारी होने वाली डब्ल्यूटीए रैंकिंग में ईगा स्वियातेक की जगह विश्व की नंबर एक खिलाड़ी बनना तय है ।
छठी वरीयता प्राप्त गॉफ ने मैच के बाद कहा,‘‘ मैं इस समय खुशी से सरोबार हूं और थोड़ा राहत भी महसूस कर रही हूं। क्योंकि ईमानदारी से कहूं तो इस बार मैं अन्य लोगों के लिए नहीं बल्कि खुद के लिए जीतना चाहती थी।’’
सेरेना विलियम्स के 1999 में खिताब जीतने के बाद गॉफ अमेरिका की पहली किशोरी हैं जो किसी ग्रैंडस्लैम टूर्नामेंट में महिला एकल की चैंपियन बनी।
गॉफ का मैच देखने के लिए कई दिग्गज हस्तियां पहुंची थी जिनमें अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा भी शामिल हैं, जिन्होंने बाद में इस खिलाड़ी के लिए बधाई संदेश भी भेजा।
गॉफ को चैंपियन बनने पर चमचमाती ट्रॉफी और 30 लाख डॉलर की इनामी राशि मिली। नोवाक जोकोविच और दानिल मेदवेदेव के बीच होने वाले पुरुष एकल के फाइनल के विजेता को भी इतनी ही पुरस्कार राशि मिलेगी।
गॉफ इस जीत से विश्व रैंकिंग में तीसरे स्थान पर पहुंच जाएगी जबकि ऑस्ट्रेलियाई ओपन चैंपियन सबालेंका के लिए राहत की बात यही है कि वह विश्व की शीर्ष रैंकिंग की खिलाड़ी बन जाएगी।
सबालेंका ने कहा,‘‘ यह भी एक उपलब्धि है और यही वजह है कि मैं बहुत अधिक दुखी नहीं हूं। मैं निश्चित तौर पर इसका जश्न मनाऊंगी। ’’
मैच में सबालेंका ने 49 जबकि गॉफ ने केवल 19 बेजा गलतियां की। इसका अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि गॉफ को 83 अंक अर्जित करने के लिए केवल 13 विनर की जरूरत पड़ी। इस तरह से देखा जाए तो सबालेंका ने अपनी गलतियों से मैच गंवाया।
उन्होंने कहा,‘‘कुछ अवसरों पर मैं भावुक हो सकती हूं। कोर्ट पर आज मैं कुछ ज्यादा ही सोच रही थी और मैंने उन अंको को भी गंवाया जिन्हें मुझे हासिल करना चाहिए था।’’