भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं केंद्रीय मंत्री बिश्वेश्वर टुडु ने एक विवादित बयान देकर विपक्ष को बोलने का मौका दे दिया है। बिश्वेश्वर टुडु ने यह दावा कर विवाद खड़ा कर दिया है कि संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) के जरिए नियुक्त कई अधिकारी डकैत हैं। केंद्रीय जलशक्ति और आदिवासी मामलों के राज्यमंत्री टुडु ने बालासोर जिले के बलियापाल में एक सरकारी स्कूल के स्वर्ण जयंती समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में एक सभा को संबोधित करते हुए यह विवादित टिप्पणी की। आपको बता दें कि UPSC देश का प्रमुख केंद्रीय भर्ती आयोग है जो एक स्वतंत्र निकाय के रूप में कार्य करता है और शीर्ष सरकारी अधिकारियों की नियुक्ति करता है।
केंद्रीय जलशक्ति मंत्री बिश्वेश्वर टुडु ने आरोप लगाया कि एक मुर्गी चोर को दंडित किया जा सकता है। लेकिन एक अधिकारी, जो खनिज माफिया चलाता है उसे छू तक नहीं सकते हैं क्योंकि सिस्टम उसकी रक्षा करता है। उनके विवादित बयान का वीडियो विभिन्न सोशल नेटवर्किंग साइट पर वायरल हो रहा है। हालांकि इस वीडियो की प्रामाणिकता की जांच नहीं की जा सकी है।बिश्वेश्वर टुडु ने कहा कि मुझे इस बात का अंदाजा था कि जिन्हें यूपीएससी के माध्यम से नियुक्त किया जाता है … वे सबसे अधिक जानकार व्यक्ति होते हैं और हमेशा उच्च पदों पर आसीन होते हैं। अब मुझे लगता है कि जो लोग वहां से क्वालिफाई हुए हैं उनमें से ज्यादातर डकैत हैं। उन्होंने कहा कि मैं 100 फीसदी नहीं कह सकता, लेकिन उनमें से कई डकैत हैं।
आपको बता दें कि टुडु ने पहली बार विवादित बयान नहीं है। उनका विवादों से नाता रहा है। टुडु ने अधिकारियों के लेकर इस तरह का बयान पहले भी दिया था। उन्होंने 2021 में अपने निर्वाचन क्षेत्र मयूरभंज में राज्य सरकार के अधिकारियों पर अपने साथ दुर्व्यवहार करने का आरोप लगाकर विवाद खड़ा कर दिया था। अब UPSC के अफसरों को डकैत बताकर नया विवादित पैदा कर दिया है।