लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधान परिषद के सभापति कुंवर मानवेंद्र सिंह ने बृहस्पतिवार को मनोनीत कोटे के विधान परिषद सदस्य प्रोफेसर तारिक मंसूर और साकेत मिश्रा समेत 6 सदस्यों को सदस्यता की शपथ दिलाई। विधान भवन के राजर्षि पुरुषोत्तम दास टंडन हाल के सभागार में विधान परिषद के सभापति कुंवर मानवेंद्र सिंह ने बृहस्पतिवार को विधान परिषद के लिए मनोनीत सदस्यों रजनीकांत माहेश्वरी, साकेत मिश्रा, लालजी निर्मल, तारिक मंसूर, रामसूरत राजभर और हंसराज विश्वकर्मा को परिषद की सदस्यता की शपथ दिलाई।
विधान परिषद में मनोनीत कोटे की खाली छह सीटों पर अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) के पूर्व कुलपति तारिक मंसूर, प्रधानमंत्री के पूर्व प्रधान सचिव और वर्तमान में श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र के पुत्र साकेत मिश्र, ब्रज क्षेत्र के भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पूर्व अध्यक्ष रजनीकांत माहेश्वरी, आंबेडकर महासभा के लालजी निर्मल, फूलपुर (आजमगढ़) से पूर्व विधानसभा प्रत्याशी रामसूरत राजभर और वाराणसी के भाजपा जिलाध्यक्ष हंसराज विश्वकर्मा को तीन अप्रैल को परिषद के लिये मनोनीत किया गया था। उत्तर प्रदेश शासन के विशेष सचिव चंद्रशेखर ने तीन अप्रैल को इसकी अधिसूचना जारी कर दी थी।
उत्तर प्रदेश विधान परिषद के अधिकारियों के अनुसार, राज्यपाल विधानमंडल के उच्च सदन में 10 सदस्यों को मनोनीत कर सकते हैं। वर्तमान में 100 सदस्यीय उत्तर प्रदेश विधान परिषद में भाजपा के 74 सदस्य हैं, जबकि प्रमुख विपक्षी दल समाजवादी पार्टी (सपा) के नौ, बहुजन समाज पार्टी (बसपा), अपना दल (सोनेलाल), निर्बल इंडियन शोषित हमारा आम दल (निषाद), जनसत्ता दल लोकतांत्रिक और शिक्षक दल (गैर-राजनीतिक) के एक-एक सदस्य हैं। इसके अलावा स्वतंत्र समूह और निर्दलीय के दो-दो सदस्य हैं। आठ सीटें फिलहाल खाली थी, जिनमें छह का मनोनयन होने के बाद अब सिर्फ दो सीटें खाली रह गयी हैं।