उत्तर प्रदेश सरकार ने प्रत्येक जिले में महिला थाना में प्रभारी के अलावा एक अन्य थाना का प्रभार महिला अधिकारी को सौंपने का फैसला किया है।
एक बयान के मुताबिक, शारदीय नवरात्र से पहले राज्य की कानून-व्यवस्था की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रत्येक पुलिस स्टेशन, सर्कल, रेंज और जोन सरकार की सीधी निगरानी में हैं और किसी भी गलत काम पर सेवा समाप्त कर दी जाएगी।
बयान में कहा गया कि महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण निर्णय लेते हुए मुख्यमंत्री ने सभी पुलिस प्रमुख/आयुक्तों को निर्देश दिए हैं कि हर जिला/आयुक्तालय में महिला थाना प्रभारी के अतिरिक्त एक अन्य थाना का प्रभार भी महिला पुलिस अधिकारी को दी जाए।
मुख्यमंत्री ने अपराध की घटनाओं के आधार पर पुलिस स्टेशन, सर्किल, पुलिस अधीक्षकों/आयुक्तों के प्रदर्शन की समीक्षा की।
आदित्यनाथ ने पुलिस अधीक्षकों और आयुक्तों को निर्देश दिया कि जिनकी साख ठीक नहीं हो ऐसे पुलिस कर्मियों को किसी पुलिस स्टेशन या सर्कल का प्रभार नहीं दिया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि जनता का हित सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए और किसी भी घटना को हल्के में नहीं लेना चाहिए।
बयान में कहा गया है कि निवेशकों और पर्यटकों की सुरक्षा का भी ध्यान रखा जाना चाहिए और निर्देश दिया कि स्टंट बाइकर्स और जातिसूचक संकेत प्रदर्शित करने वाले वाहनों के खिलाफ कार्रवाई की जाए।