उत्तर प्रदेश में इन दिनों प्रदूषण का स्तर इतना बढ़ गया है कि लोगों का सांस लेना भी मुश्किल हो रहा है। हवा की गुणवत्ता दिनों दिन खराब श्रेणी में आ रही है। सर्दी का मौसम शुरु होने के बाद भी प्रदेश में मौसम में कुछ ज्यादा बदलाव नहीं आया। सर्दी तो इतनी नहीं बढ़ी, लेकिन प्रदूषण लगातार बढ़ रहा है। जहां सुबह और शाम को मौसम ठंडा होता है, दोपहर के समय धूप होती है। तापमान में भी कुछ गिरावट दर्ज की गई।
बता दें कि नवंबर का महीना शुरू हो गया है, लेकिन कड़ाके की ठंड अभी तक नहीं पड़ी। प्रदेश के लोग कड़ाके की ठंड पड़ने का इंतजार कर रहे है, मगर सिर्फ सुबह और शाम को ही ठंड का एहसास होता है। मौसम विभाग के मुताबिक, अभी मौसम में कोई बड़ा बदलाव नहीं होगा और नवंबर में मौसम इसी तरह बना रहेगा। यानी दोपहर में धूप, और सुबह, शाम, रात को मौसम ठंड रहेगा। नवंबर में कड़ाके की ठंड का एहसास तो नहीं होने वाला है, हालांकि ये महीना अक्टूबर से ज्यादा ठंडा रहेगा। वहीं, राज्य के ज्यादातर जिलों में अधिकतम तापमान 30 डिग्री सेल्सियस से लेकर 33 डिग्री सेल्सियस के बीच, जबकि न्यूनतम तापमान 18 डिग्री सेल्सियस से लेकर 16 डिग्री सेल्सियस तक रहने का अनुमान है।
दूसरी तरफ राज्य में प्रदूषण का स्तर भी लगातार बढ़ रहा है। दिल्ली से सटे नोएडा, गाजियाबाद में लोगों का सांस लेना मुश्किल होता जा रहा है। सुबह-सुबह स्मॉग की सफेद चादर देखने को मिल रही है। नोएडा में एयर क्वालिटी इंडेक्स 397 बहुत खराब श्रेणी में है। मेरठ में एयर क्वालिटी इंडेक्स 265 दर्ज किया गया। यहां हवा की गुणवत्ता खराब श्रेणी में है। कानपुर में भी AQI बहुत खराब है। जानकारी के मुताबिक, गाजियाबाद के संजय नगर में एक्यूआई 250, ग्रेटर नोएडा में एयर क्वालिटी इंडेक्स 327 दर्ज किया गया। जहां की खराब हवा में लोगों का सांस लेना मुश्किल हो गया है।