राम लला के ‘प्राण प्रतिष्ठा’ समारोह से पहले उत्तर प्रदेश की सभी 72 जिला जेलों, उप जेलों और केंद्रीय जेलों में कैदियों के बीच धार्मिक पुस्तकों हनुमान चालीसा और सुंदर कांड की लगभग 50,000 प्रतियां वितरित की जाएंगी। प्रदेश के कारागार मंत्री धर्मवीर प्रजापति ने कहा कि सभी जेलों में कैदियों के लिए प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम की लाइव स्ट्रीमिंग की जाएगी। मंत्री ने कहा कि कैदियों को भक्ति और धार्मिक पुस्तकें उपलब्ध कराने की प्रथा बहुत पुरानी है। हाल ही में कैदियों के बीच किताबों की मांग में भारी वृद्धि के बाद गीता प्रेस, गोरखपुर से हनुमान चालीसा और सुंदर कांड की पचास हजार प्रतियों का ऑर्डर दिया गया है।
मिली जानकारी के मुताबिक, उन्होंने कहा कि इन भजनों और पुस्तकों के पाठ से कैदियों को जेल की सजा पूरी करने के बाद खुद को बेहतर बनाने और बेहतर जीवन जीने में मदद मिलेगी। हनुमान चालीसा भगवान हनुमान की स्तुति में 40 छंदों का एक हिंदू भक्ति भजन है, जबकि सुंदर कांड रामायण का पांचवां अध्याय है जिसमें मुख्य नायक राम नहीं, बल्कि हनुमान हैं।
बताया जा रहा है कि जेल प्रशासन को जेलों में विशेष व्यवस्था करने के लिए कहा गया है ताकि कैदी भी कार्यक्रम की लाइव स्ट्रीमिंग देख सकें। यह सबसे दुर्लभ घटनाओं में से एक है जिसे कैदियों सहित देश के सभी लोगों को देखना चाहिए। उन्होंने कहा कि ऐसी धार्मिक और भक्तिपूर्ण पुस्तकों के पाठ और श्रवण से कैदियों के व्यवहार में सकारात्मक बदलाव आता है। मंत्री पिछले कुछ वर्षों से राज्य भर में कैदियों के बीच ऐसी गतिविधियों को बढ़ावा दे रहे थे। इससे पहले उन्होंने जेल बैरक में गायत्री मंत्र और महामृत्युंजय मंत्र बजाने का निर्देश दिया था।