यूपी निकाय चुनाव को सुप्रीम कोर्ट की हरी झंडी के बाद भाजपा ने भी अपनी चुनावी तैयारियां तेज कर दी हैं। मंगलवार को पार्टी के राज्य मुख्यालय में प्रदेश भाजपा अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी और प्रदेश महामंत्री संगठन धर्मपाल सिंह ने घंटों इसे लेकर मंथन किया। इस दौरान बुधवार को होने वाली प्रदेश पदाधिकारियों की पहली बैठक और पदाधिकारियों को दी जाने वाली नई जिम्मेदारियों को लेकर भी चर्चा की गई।
भाजपा में चल रही सांगठनिक बदलाव की प्रक्रिया के बीच निकाय चुनावों ने दस्तक दे दी है। यूं तो पार्टी ने काफी पहले ही चुनावी तैयारियां शुरू कर दी थीं लेकिन हाईकोर्ट द्वारा चुनाव पर रोक लगाए जाने के बाद यह तैयारियां भी थम गई थीं। फिलहाल जिला और महानगर अध्यक्षों में बदलाव की प्रक्रिया निकाय चुनाव के चलते कुछ टलती नजर आ रही है। फिलहाल पार्टी अपना पूरा फोकस निकाय चुनाव पर ही करेगी। पार्टी के प्रदेश पदाधिकारियों की पहली औपचारिक बैठक बुधवार को होगी। इस बैठक में नये सिरे से पदाधिकारियों को जिम्मेदारी दी जाएंगी।
पहले पार्टी ने सभी छह संगठनात्मक क्षेत्रों में एक-एक महामंत्री को प्रभारी नियुक्त कर रखा था। अब उनमें से तीन प्रभारी अश्वनी त्यागी, सुब्रत पाठक और जेपीएस राठौर संगठन का हिस्सा नहीं हैं। ऐसे में नये पदाधिकारियों को प्रभारी की जिम्मेदारी सौंपी जाएगी। जिलों के लिए पर्यवेक्षक भी नियुक्त होने हैं।