बीते सोमवार को महाराष्ट्र के पालघर रेलवे स्टेशन के पास चलती जयपुर-मुंबई सेंट्रल सुपरफास्ट एक्सप्रेस (12956) के अंदर गोलीबारी की घटना में एक सहायक उप-निरीक्षक (ASI) समेत चार लोगों की मौत हुई थी। इस दिल दहला देने वाली घटना में मारे गए यात्रियों में से एक सैयद सैफुद्दीन के छोटे भाई यूनुस और चाचा वाजिद पाशा का बयान सामने आया है, जिन्होंने उस घटना के बारे में जो कहा है वो हैरान कर देने वाला है।
यूनुस ने ‘द क्विंट’ को रोते हुए कहा कि ‘मेरे भाई सैयद सैफुद्दीन की छह महीने की छोटी बच्ची है, पूरा परिवार असहनीय पीड़ा से गुजर रहा है, हमारे घर में वो ही अकेला इंसान था जो कि कमाता था, तो वहीं सैफ के चाचा वाजिद पाशा ने कहा कि ‘गोली मारने वाले ने पहले मेरे बच्चे से उसका नाम पूछा और फिर उस पर गोली चला दी।’
हैदराबाद निवासी था सैयद सैफुद्दीन
आपको बता दें कि मृतक सैयद सैफुद्दीन का परिवार हैदराबाद के नामपल्ली जिले का रहने वाला है। इस बयान के सामने आने के बाद यहां के विधायक जाफर हुसैन ने भी कहा है कि ‘यात्रियों पर हमला धर्म की वजह से हुआ है इसलिए इस मामले की जांच होनी बहुत जरूरी है। ‘ मालूम हो कि 46 वर्षीय सैफुद्दीन हैदराबाद के गुजराती गली-कोटी में एक मोबाइल मरम्मत की दुकान पर काम करता था। उसकी तीन बेटियां हैं, जिसमें सबसे छोटी बेटी की उम्र 6 महीने की है।
‘नफरत के खिलाफ हम हमेशा खड़े रहेंगे’
इस मामले पर अब असदुद्दीन ओवैसी के नेतृत्व वाली ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के सदस्य मेराज ने कहा कि ‘उनकी पार्टी इस “नफरत” के खिलाफ खड़ी है और पीड़ितों को न्याय दिला कर रहेगी, देश में एक मुसलमान को मार दिया जाता है, ये कहां का इंसाफ है।’
चेतन कुमार चौधरी RPF कॉन्स्टेबल है
गौरतलब है कि ट्रेन के अंदर गोली चलाने वाला आरोपी चेतन कुमार चौधरी RPF कॉन्स्टेबल है, जिसने अपनी राईफल से जयपुर-मुंबई सेंट्रल सुपरफास्ट एक्सप्रेस में 31 जुलाई की सुबह 5 बजे कोच B5 में सबसे पहले एएसआई टीकाराम मीणा पर और फिर उसके बाद दूसरे कोच में जाकर तीन अन्य यात्रियों पर गोली चलाई थी, जिसमें चारों की मौके पर ही मौत हो गई थी ।
‘चेतन गुस्सैल और मानसिक रूप से स्थिर इंसान’
पश्चिम रेलवे के महानिरीक्षक-सह-प्रधान मुख्य सुरक्षा आयुक्त पीसी सिन्हा ने कहा कि ‘चेतन गुस्सैल और मानसिक रूप से स्थिर इंसान है, जिसका कुछ वक्त पहले गुजरात से मुंबई ट्रांसफर हुआ था। जिसको लेकर वह काफी परेशान था। यात्रा के दौरान उसका किसी बात पर टीकाराम के साथ झगड़ा हुआ और उसने फायरिंग शुरू कर दी, जिसमें चार लोगों की मौत हो गई है। हमने उसे बंदूक के साथ अरेस्ट किया है। मामले की जांच जारी है।’