कुलपति ने किया महादेवी वर्मा सृजन पीठ का निरीक्षण
नैनीताल, 23 मई (हि.स.)। कुमाऊं विश्वविद्यालय के साहित्यिक विस्तार केंद्र महादेवी वर्मा सृजन पीठ का कुलपति प्रो. दीवान सिंह रावत ने शुक्रवार को औचक निरीक्षण किया। उन्होंने पीठ की स्वच्छता एवं सुव्यवस्था की सराहना करते हुए कहा कि हिंदी साहित्य की प्रख्यात कवयित्री महादेवी वर्मा द्वारा रामगढ़ में स्थापित यह सृजन स्थल साहित्य जगत की अमूल्य धरोहर है। उनका उमागढ़ को सृजन स्थल के रूप में चुनना समूचे क्षेत्र के लिए गौरव की बात है और इससे इस स्थान को राष्ट्रीय पहचान प्राप्त हुई है।
प्रो. रावत ने कहा कि कुमाऊँ विश्वविद्यालय के लिए भी यह गर्व की बात है कि राज्य सरकार ने उसे इस धरोहर के संरक्षण की जिम्मेदारी सौंपी है। संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार के सहयोग से पीठ परिसर में निर्माणाधीन अमृतलाल नागर मैमोरियल राइटर्स होम का भी निरीक्षण करते हुए प्रो. रावत ने इसे साहित्य सृजन हेतु आगंतुक साहित्यकारों के प्रवास के लिए सभी आवश्यक सुविधाओं से युक्त बनाए जाने के निर्देश दिए।
इस अवसर पर पीठ समन्वयक मोहन सिंह रावत ने बताया कि यह केंद्र सृजन एवं विचार आधारित विषयों पर राष्ट्रीय स्तर पर संवाद स्थापित करने का कार्य कर रहा है तथा हिंदी सहित भारतीय भाषाओं के साहित्य और साहित्यकारों को एक मंच पर लाकर विमर्श की परंपरा को आगे बढ़ा रहा है।