सरकार पाकिस्तान एवं उनके आतंकियों को करेंगी नेस्तनाबूद – सीमा द्विवेदी
सुल्तानपुर, 26 अप्रैल (हि.स.)। राज्यसभा सांसद सीमा द्विवेदी ने कहा कि एक राष्ट्र-एक चुनाव से समय और धन की बचत होगी। देश का विकास होगा। पहले भी लोकसभा और विधानसभा के चुनाव साथ-साथ हुए हैं। जनहित के लिए अब फिर साथ में चुनाव आवश्यक हैं।
नगर के पयागीपुर स्थित गनपत सहाय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में एक राष्ट्र-एक चुनाव बिल के समर्थन में आयोजित शनिवार को महिला सम्मेलन को संबोधित करते हुए यह बातें कहीं। डॉ. तूलिका गुप्ता की अध्यक्षता में आयोजित किया गया। उन्होंने कहा कि एक साथ चुनाव कराना कोई नई बात नहीं है। स्वतंत्र भारत में 1950 में संविधान लागू हुआ। उसके बाद 1951 से लेकर 1967 तक सभी राज्य की विधानसभाओं और लोकसभा के आम चुनाव साथ-साथ होते थे। लोकसभा और राज्य विधानसभाओं के पहले आम चुनाव 1951-52 में एक साथ आयोजित किए गए थे। यह परंपरा इसके बाद 1957, 1962 और 1967 के तीन आम चुनावों के लिए भी जारी रही।हालांकि, कुछ राज्य विधानसभाओं के समय से पहले भंग होने के कारण 1968 और 1969 में एक साथ चुनाव कराने में बाधा आई थी। पहली, दूसरी और तीसरी लोकसभा ने पांच वर्षों का अपना कार्यकाल पूरा किया।
उन्हाेंने कहा कि लोकसभा व विधानसभा का अलग-अलग चुनाव कराना चुनौतियां बन गए हैं।उन्होंने कहा सरकार एक राष्ट्र-एक चुनाव के लिए कमेटी बनाकर,आम लोगों से,आधी आबादी से,विभिन्न संगठनों व राजनीतिक दलों से लगातार चर्चा कर माहौल बना रही है।एक राष्ट्र एक चुनाव देश हित में है। उन्होंने पत्रकारों द्वारा पहलगाम आतंकी अटैक के सवाल पर घटना की भर्त्सना करते हुए कहा कि आतंकियों एवं उनके आकाओं पर कड़ा व निर्णायक प्रहार होगा। मोदी सरकार पाकिस्तान और उनके सरपरस्त आतंकवादियों काे नेस्तनाबूद करेगी। उन्हाेंने कहा कि आधी आबादी के लिए सरकार ने कई योजनाएं चलाई हैं।जिससे महिलाएं स्वावलंबी व आत्मनिर्भर बन रही हैं। महिलाओं के सम्मान के लिए सरकार कटिबद्ध है। मीडिया प्रभारी विजय रघुवंशी ने उक्त जानकारी देते हुए बताया कि कार्यक्रम की अध्यक्ष डॉ तूलिका गुप्ता ने सभी का धन्यवाद व आभार प्रकट किया।विशिष्ट अतिथि तेजेन्द्र कौर व सुभद्रा श्रेष्ठ एडवोकेट ने कहा कि बार-बार चुनाव होने से देश की प्रगति में बाधा उत्पन्न होती है। कार्यक्रम संयोजक व संचालक राणा प्रताप महाविद्यालय की एसिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. प्रीति प्रकाश ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का एक राष्ट्र-एक चुनाव का विजन देश की के लिए आवश्यक है। समाजसेवी रेखा निषाद ने स्वागत भाषण दिया।
कार्यक्रम में महिला आयोग की पूर्व सदस्य सुमन सिंह,अनीता पाण्डेय, पूजा कसौधन,बबिता तिवारी, रेखा निषाद,सुमन राव कोरी, कमला सिंह,सुनीता अग्रवाल, रेनू सिंह, मंजू तिवारी, रचना सिंह,प्रीति शर्मा, लक्ष्मी सिंह, सरला द्विवेदी, कोकिला तिवारी, कंचन गुप्ता, रचना अग्रवाल, रागिनी मिश्रा,संगीता शुक्ला, प्रतिभा सिंह,विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधि, शिक्षाविद,अधिवक्ता,डाक्टर्स आदि मौजूद रहे।