श्रमिकों के हक की बात, योजनाओं की सौगात: मीरजापुर में गूंजा ‘श्रम दिवस’ का स्वर
जिला पंचायत सभागार में हुआ श्रमिक जागरूकता कार्यक्रम, अटल आवासीय विद्यालय और मानधन योजना बने चर्चा का केंद्र
मीरजापुर, 1 मई (हि.स.)। “अब कोई योजना अंजान नहीं रहेगी, अब हर श्रमिक को मिलेगा उसका हक!” – कुछ इसी विश्वास के साथ गुरुवार को अंतर्राष्ट्रीय श्रम दिवस के मौके पर जिला पंचायत सभागार में श्रमिकों के लिए एक जागरूकता गोष्ठी का आयोजन हुआ। श्रम विभाग और जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के संयुक्त प्रयास से आयोजित इस कार्यक्रम में न केवल योजनाओं की जानकारी दी गई, बल्कि उन्हें ज़मीनी स्तर पर लागू करने के लिए प्रोत्साहित भी किया गया।
मुख्य अतिथि मुख्य विकास अधिकारी विशाल कुमार ने उपस्थित श्रमिकों को संबोधित करते हुए कहा कि गूगल की इस दुनिया में हर योजना अब आपके हाथ में है। बस जरूरत है जागरूक होने की और आवेदन करने की। उन्होंने श्रमिकों से अपील की कि अब जानकारी के अभाव में कोई भी योजना न छूटे।
कार्यक्रम की शुरुआत सहायक श्रमायुक्त सुविज्ञ सिंह के संबोधन से हुई। उन्होंने उत्तर प्रदेश भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड की योजनाओं की विस्तृत जानकारी दी और बताया कि मीरजापुर मंडल के गुरमुरा (सोनभद्र) में नवोदय मॉडल पर आधारित अटल आवासीय विद्यालय संचालित है, जहां श्रमिकों के बच्चों को कक्षा 6 से 12 तक निःशुल्क गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिल रही है। यह बात सुनकर कई श्रमिकों के चेहरे पर आशा की चमक दिखी।
इस अवसर पर प्रधानमंत्री श्रम योगी मानधन योजना, ई-श्रम पोर्टल, मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना, एनआरएलएम जैसी योजनाओं की भी जानकारी साझा की गई। सहायक श्रमायुक्त ने बताया कि 18 से 40 वर्ष के पंजीकृत श्रमिक सीएम योजना के तहत अपना व्यवसाय शुरू कर सकते हैं।
कार्यक्रम में विशेष रूप से उपस्थित अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश ने मजदूर दिवस के ऐतिहासिक संघर्षों को याद किया। उन्होंने बताया कि कैसे 18-18 घंटे की मजदूरी से लेकर 8 घंटे के काम की व्यवस्था तक का सफर मजदूरों की एकजुटता की मिसाल है। “आज जो अधिकार हमें मिले हैं, वे वर्षों की तपस्या और आंदोलन की देन हैं,” उन्होंने कहा।
कार्यक्रम के अंतिम हिस्से में मुख्य विकास अधिकारी ने योजनाओं के अंतर्गत पात्र श्रमिकों को स्वीकृति पत्र वितरित किए। इससे न केवल योजना की गंभीरता सिद्ध हुई, बल्कि अन्य श्रमिकों को भी आवेदन के लिए प्रोत्साहन मिला।
कार्यक्रम का समापन धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ, जिसमें श्रम प्रवर्तन अधिकारी आलोक रंजन, ज्ञानेन्द्र सिंह, श्रम विभाग के कर्मचारी और बड़ी संख्या में आए श्रमिकों की उपस्थिति सराहनीय रही।