Tag: Delhi High Court

सामान्य बच्चे को गोद लेने पर रोक बरकरार, दिल्ली HC बोला- बच्चा गोद लेने का अधिकार मौलिक अधिकार नहीं

दिल्ली उच्च न्यायालय ने कहा है कि ‘‘बच्चा गोद लेने” के अधिकार को संविधान के अनुच्छेद 21 के तहत मौलिक अधिकार का दर्जा नहीं दिया जा सकता और इसके इच्छुक…

AAP के नेता संजय सिंह की जमानत अर्जी पर आज फैसला सुनाएगा दिल्‍ली हाईकोर्ट

आम आदमी पार्टी के वरिष्‍ठ नेता और राज्‍यसभा सदस्‍य संजय सिंह को पिछले वर्ष 4 अक्‍टूबर को गिरफ्तार किया गया था। इनकी जमानत अर्जी को अभी तक कई बार नकारा…

दिल्ली उच्च न्यायालय का शिबू सोरेन को बड़ा झटका, लोकपाल करेगा अपनी कार्यवाही

दिल्ली उच्च न्यायालय ने भारतीय जनता पार्टी के सांसद निशिकांत दुबे की शिकायत के आधार पर लोकपाल द्वारा झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के प्रमुख शिबू सोरेन के खिलाफ शुरू की…

बेटी पैदा होने पर बहू को ताना देना अपराध, समाज को शिक्षित करने की आवश्यकता- दिल्ली हाईकोर्ट

दिल्ली हाईकोर्ट ने वंश आगे बढ़ाने के लिए बेटे को जन्म न देने के नाम पर अपनी बहुओं को ताना मारने वालों को कड़ी फटकार लगाई है। कहा, ऐसे लोगों…

दिल्ली हाईकोर्ट ने एक्सपायर हो चुके उत्पादों की बड़े पैमाने पर दोबारा पैकेजिंग मामले में केंद्र, दिल्ली सरकार को जारी किया नोटिस

दिल्ली उच्च न्यायालय ने एक “समन्वित और व्यवस्थित” तंत्र पर चिंता जताई है, जिसमें मियाद खत्‍म हो चुके उत्पादों की नई तिथियों के साथ दोबारा पैकेजिंग और ब्रांडिंग करना और…

2011 में हुई शादी, छह महीने भी नहीं रहे साथ…अब आकर दिल्ली हाईकोर्ट ने तलाक को दी मंजूरी

दिल्ली हाईकोर्ट ने एक व्यक्ति को अलग रह रही उसकी पत्नी द्वारा की गई मानसिक क्रूरता के आधार पर तलाक की मंजूरी देते हुए कहा है कि 11 साल से…

संसद सुरक्षा सेंध: नीलम आजाद को दिल्ली हाईकोर्ट से झटका, याचिका पर तत्काल सुनवाई से किया इनकार

दिल्ली उच्च न्यायालय ने संसद की सुरक्षा में सेंध मामले में गिरफ्तार नीलम आजाद की याचिका को तत्काल सूचीबद्ध करने से बृहस्पतिवार को इनकार कर दिया। नीलम ने अपनी याचिका…

हम नहीं चाहते किराए पर कोख देने वाला देश बन जाए भारत- सरोगेसी पर दिल्ली HC की टिप्पणी

नई दिल्लीः दिल्ली उच्च न्यायालय ने शुक्रवार को कहा कि ‘सरोगेसी’ की प्रक्रिया को विनियमित करने वाले कानून की मंशा ‘अपनी कोख’ देने वाली महिलाओं के शोषण पर अंकुश लगाना…

अपना जीवनसाथी चुनने का हक हर किसी को है, चाहे किसी भी धर्म का हो : दिल्ली हाईकोर्ट

दिल्ली उच्च न्यायालय ने कहा है कि किसी व्यक्ति के जीवन साथी चुनने के अधिकार को आस्था और धर्म के मामलों तक सीमित नहीं किया जा सकता। अदालत ने कहा…

वैवाहिक जीवन में यौन संबंध बनाने से जानबूझकर इनकार करना क्रूरता जैसा : दिल्ली हाईकोर्ट

दिल्ली उच्च न्यायालय  ने एक ऐसे जोड़े को दिए गए तलाक को बरकरार रखा है, जिनकी शादी पत्‍नी के यौन संबंध बनाने से इनकार के कारण सिर्फ 35 दिनों तक…

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