श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या के लिए चंडीगढ़ व पटियाला से 6 लाख रुपए सुपारी के अग्रिम भेजे गए थे। चंडीगढ़ व पटियाला के आईसीआईसीआई बैंक से जगतपुरा में रहने वाले हथियार सप्लायर वांटेड महेन्द्र कुमार ने पड़ोस में किराए से रहने वाली बीकानेर निवासी छात्रा के बैंक खाते में यह रकम ट्रांसफर करवाई थी। एडिशनल पुलिस कमिश्नर कैलाश बिश्नोई ने बताया कि वांटेड महेन्द्र व पूजा ने छात्रा को खुद के होटल के व्यवसाय के 6 लाख रुपए उसके बैंक खाते में ट्रांसफर करवाने के लिए तैयार किया।
वहीं दूसरी तरफ टोंक के अलीगढ़ निवासी पूजा सैनी मध्यम परिवार से है। उसके परिवार की आर्थिक स्थिति बहुत मजबूत नहीं है। उसके पिता शंकरलाल सैनी बीमार हैं। उसके घर पर पत्रिका टीम पहुंची तो मां भूलीदेवी चिंता में थी। मां बोली पूजा तो छह महीने से घर नहीं आई है। पिता भी रोते हुए बोले कि पूजा हमारे लिए अब मर चुकी है। उसका छह महीने से घर आना-जाना नहीं है। उसे कोटा में एयर होस्टेज की तैयारी के लिए भेजा था। वहां पर हिस्ट्रीशीटर महेन्द्र कुमार मेघवाल से उसकी मुलाकात हुई थी। इसके बाद वह कहां रही कैसे रही? इसकी जानकारी नहीं है।
परिवारजनों ने तो पूजा के बारे में कुछ भी बताने से इनकार कर दिया, लेकिन कस्बेवासियों ने कहा कि पूजा को बड़ा बनने की हसरत थी। इसी हसरत को लेकर वह एयर होस्टेज बनने के लिए कोटा चली गई। बड़ा बनने के फेर में हिस्ट्रीशीटर के चंगुल में फंस गई।