गांव का बेटा बना इंग्लैंड का मेयर, मीरजापुर का नाम किया रोशन
मीरजापुर, 15 मई (हि.स.)। “जहां चाह, वहां राह”—इस कहावत को सच कर दिखाया है मीरजापुर जिले के भटेवरा गांव निवासी किसान पुत्र राजकुमार मिश्र ने। इंग्लैंड के बेलिंग ब्रो सिटी में मेयर पद की शपथ लेकर उन्होंने न सिर्फ अपने परिवार का, बल्कि पूरे जिले और देश का नाम गौरवान्वित कर दिया है।
अकोढ़ी गांव के मूल निवासी मुन्ना लाल मिश्र, जो पिछले दो दशकों से भटेवरा गांव में परिवार सहित रह रहे हैं, आज फूले नहीं समा रहे। उनके 33 वर्षीय पुत्र राजकुमार मिश्र ने 13 मई को इंग्लैंड में मेयर पद की शपथ लेकर इतिहास रच दिया। खबर मिलते ही अकोढ़ी और भटेवरा गांवों में उत्सव जैसा माहौल है—ढोल-नगाड़े बज रहे हैं, मिठाइयां बांटी जा रही हैं और ग्रामीणों का सीना गर्व से चौड़ा हो गया है।
पहली बार चुनावी मैदान में उतरे राजकुमार ने छह उम्मीदवारों को पछाड़ते हुए यह प्रतिष्ठित पद हासिल किया, जिनमें दो भारतीय और चार स्थानीय ब्रिटिश नागरिक थे। यह जीत सिर्फ एक चुनाव नहीं, बल्कि संघर्ष, लगन और भारतीय प्रतिभा की विजय है।
राजकुमार की सफलता के पीछे एक लंबा संघर्ष छिपा है। प्राथमिक शिक्षा गाँव के परिषदीय विद्यालय से लेकर हाईस्कूल मान माधव इंटर कॉलेज, विजयपुर और इंटरमीडिएट गुरुनानक कॉलेज, मीरजापुर से पूरी करने के बाद उन्होंने गुड़गांव से बीटेक और फिर यूनाइटेड किंगडम से एमटेक किया। आज वे बैंक ऑफ यूके में कार्यरत हैं।
नौ भाइयों और एक बहन वाले इस बड़े परिवार के छठवें नंबर के बेटे राजकुमार ने साबित कर दिया कि मेहनत और हौसले के आगे कोई भी सरहद बड़ी नहीं होती।
पिता मुन्ना लाल मिश्रा, माता चंद्रकली देवी, भाई विपिन मिश्र, ग्राम प्रधान सतीश उर्फ पंकज मिश्र और विकास सरोज ने उनकी सफलता पर गर्व जताते हुए कहा कि यह पूरे गांव के लिए गौरव की बात है। भाई सुशील मिश्रा ने बताया कि राजकुमार की लगन और मेहनत हमेशा से ही प्रेरणादायक रही है।