राजकीय सम्मान के साथ शुभम को दी गयी अंतिम विदाई, चाचा ने दी मुखाग्नि
कानपुर, 24 अप्रैल (हि.स.)। जम्मू कश्मीर के पहलगाम में सोमवार को हुए आतंकी हमले में मारे गए कानपुर के कारोबारी शुभम द्विवेदी का गुरुवार को राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई। ड्योढ़ी घाट स्थित उनके चाचा नरेंद्र द्विवेदी ने उन्हें मुखाग्नि दी। हाथीपुर गांव से उठी शवयात्रा में शामिल हुए हजारों लोगों ने पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे लगाते हुए विरोध जाहिर किया।
मृतक शुभम द्विवेदी की पत्नी एशान्या लगातार अपने पति के पार्थिव शरीर के पास बैठकर रोती रहीं। वह पिछले दो दिनों से शुभम की शर्ट पहन रखी थी। शवयात्रा निकलते ही उन्होंने उसे उतार कर सीने से लगाया और फिर चीख-चीखकर रोईं।
उन्होंने बताया कि सोमवार को हम लोग पहलगांव में पहाड़ियों पर मैगी खाने रुके थे। पता नही कहां से एक बंदूकधारी युवक आया। उसने बंदूक को साइड में रखकर शुभम से पूछा की हिन्दू हो या मुसलमान उसकी बात सुनकर शुभम ने हँसते हुए कहा कि ये कैसा सवाल है? उन दोनों के बीच हो रही बात पर मैंने गौर किया। तो आतंकवादी ने मुझसे भी पूछा मुसलमान हो तो कलमा सुनाओ मैंने कहा कि हम हिन्दू हैं। बस यह सुनते ही उसने पहली हत्या मेरे पति की करते हुए सिर में गोली मार दी।
गोली लगते ही शुभम जमीन पर गिर पड़े इसी तरह से उन्होंने मेरी आँखों के सामने हमारे साथ मौजूद अन्य सभी लोगों से उनका धर्म पूछकर बारी-बारी से मारकर हत्या कर दी। पति की मौत के बाद मैंने कहा कि मुझे क्यों जिंदा छोड़ा है। मुझे भी मार डालो इस पर उसने जवाब देते हुए कहा कि तुम्हे जिंदा इसलिए छोड़ रहे हैं। ताकि तुम अपनी सरकार से बता सको कि आखिरकार क्या हुआ था?
इससे पहले मृतक के पैतृक गांव पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी मीडिया के माध्यम से कड़ा रुख अपनाते हुए दहशतगर्दीयों को चेतावनी देते हुए कहा कि इस जघन्य घटना को अंजाम देने वालों को जरूर सजा मिलेगी।