सनातन संस्कृति के पुनर्स्थापना की अग्रदूत थीं अहिल्याबाई होलकरः नन्दी

पिछली सरकारों ने अहिल्याबाई के गौरवशाली इतिहास को दबाने एवं छिपाने का कार्य कियाः नन्दी

प्रयागराज, 25 मई (हि.स.)। देवी अहिल्याबाई होलकर सनातन संस्कृति के पुनर्स्थापना की अग्रदूत थीं। यह बात रविवार को अहिल्याबाई होलकर की त्रिशताब्दी स्मृति अभियान-2025 के तहत प्रयागराज शहर दक्षिणी विधानसभा क्षेत्र में किये गये विधानसभा पंचायत प्रतिनिधि सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए उत्तर प्रदेश सरकार के औद्योगिक विकास मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता नन्दी ने कहा।

मंत्री ने कहा कि उन्होंने विदेशी आक्रान्ताओं के कालखण्ड में जिस साहस, भक्ति और समर्पण से काशी से लेकर रामेश्वर तक देश के अनेक तीर्थस्थलों का पुनरोद्धार कराया, वह भारतीय इतिहास का अद्वितीय अध्याय है। इस अद्वितीय अध्याय एवं देवी अहिल्याबाई के जीवन से जुड़े गौरवशाली इतिहास को पिछली सरकारों ने छिपाने और दबाने का कार्य किया। लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार विरासत को सम्भालते हुए विकास को आगे बढ़ाने का कार्य कर रही है। आज पूरा देश भारत के गौरवशाली इतिहास पर गर्व कर रहा है।

संकल्प और सदाचार की अनुपम मिसाल है अहिल्याबाई होलकर का जीवनः अभिलाषा गुप्ता

प्रयागराज की पूर्व महापौर अभिलाषा गुप्ता नन्दी ने कहा कि पूज्य देवी अहिल्याबाई होलकर भारतीय संस्कृति की एक अद्वितीय प्रतीक थीं, जिन्होंने नारी नेतृत्व, जनकल्याण एवं धर्म-स्थापना के क्षेत्र में अतुलनीय योगदान दिया। उनका जीवन सेवा, संकल्प और सदाचार की अनुपम मिसाल है, जो आज भी समाज को प्रेरणा देता है। भारत के धार्मिक-सांस्कृतिक पुनरुत्थान, नारी सशक्तिकरण और समतामूलक समाज की स्थापना हेतु किए गए उनके कार्य युगों तक हमें प्रेरणा देते रहेंगे।

इस अवसर पर प्रयागराज की पूर्व महापौर अभिलाषा गुप्ता नन्दी, भाजपा प्रयागराज के महानगर अध्यक्ष संजय गुप्ता, उपाध्यक्ष अनिल केसरवानी झल्लर, मंडल अध्यक्ष परमानन्द वर्मा, सुमित वैश्य, रजत दुबे , गया निषाद, कबीर जायसवाल, दीप द्विवेदी, व्यापारी नेता सतीश केसरवानी, राजकुमार केसरवानी, अनूप केसरवानी, स्वाती गुप्ता एवं सभी भाजपा कार्यकर्ता एवं व्यापारी उपस्थित रहे।

—————

By admin

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Verified by MonsterInsights