देश के सबसे बड़े ऋणदाता भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने 15 सालों के इंफ्रास्ट्रक्चर बॉन्ड के जरिए 10 हजार करोड़ रुपये जुटाए हैं। यह राशि 7.36 प्रतिशत की कूपन रेट पर जुटाई है।
एसबीआई ने कहा कि बॉन्ड के माध्यम से मिलने वाली राशि का उपयोग राजमार्गों, पावर प्लांट, बुनियादी ढांचे और किफायती आवास क्षेत्रों के वित्तपोषण के लिए किया जाएगा। इसके अलावा लॉन्ग टर्म संसाधनों को बढ़ाने के लिए भी इसका इस्तेमाल किया जाएगा।
एसबीआई ने कहा कि इस निर्गम को निवेशकों से जबरदस्त प्रतिक्रिया मिली और यह पांच हजार करोड़ रुपये के आधार निर्गम आकार के मुकाबले लगभग चार गुना ज्यादा अभिदान मिला।
एसबीआई के चेयरमैन दिनेश खारा ने कहा कि इस निर्गम से लॉन्ग टर्म बॉन्ड कर्व विकसित करने में मदद मिलेगी और अन्य बैंकों को भी लंबी अवधि के बॉन्ड जारी करने के लिए प्रोत्साहन मिलेगा।
इंफ्रास्ट्रक्चर बॉन्ड से प्राप्त इनकम को स्टैचटोरी लिक्विडिटी रेश्यो (एसएलआर) और कैश रिजर्व रेश्यो (सीआरआर) जैसी रेग्युलेटरी रिजर्व रिक्वायरमेंट्स से छूट दी गई है। पूरी राशि को ऋण देने के कामों में लगाया जा सकता है।