लोकसभा चुनाव से पहले राष्ट्रीय लोकदल के नेशनल कैंपेन इंचार्ज प्रशांत कन्नौजिया ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। इस्तीफे में उन्होंने लिखा कि “संविधान को बर्बाद करने की मंशा रखने वाले BJP/RSS का साथ नहीं दे सकता। मुझे नरेंद्र मोदी में चौधरी चरण सिंह नहीं, बल्कि एक क्रूर तानाशाह नजर आता है। देश तोड़ने और संविधान को बदलने वाले भाजपा का साथ देना मतलब देश से गद्दारी करना। जय भीम जय किसान।”
प्रशांत कन्नौजिया ने पार्टी पद से इस्तीफा दे दिया है। इस्तीफा देते हुए उन्होंने लिखा,”700 किसानों की शहादत के लिए जिम्मेदार, लखीमपुर खीरी में कुचलने वाले और महिला पहलवानों को प्रताड़ित करने वालों का साथ दिया तो मानवता के साथ और देश के साथ गद्दारी होगी। अन्नदाता ही धरती का भगवान है और भगवान के खिलाफ होना धर्म के खिलाफ है।”
प्रशांत कन्नौजिया ने रालोद के अध्यक्ष जयंत चौधरी का भी धन्यवाद किया है। उन्होंने लिखा, जयंत चौधरी का धन्यवाद जिन्होंने मुझे बेहद कम उम्र बड़ी जिम्मेदारी के काबिल समझा और अनुसूचित जाति और जनजाति के राष्ट्रीय अध्यक्ष जैसा जिम्मेदारी का काम सौंपा। उनसे मुझे बहुत कुछ सीखने को मिला और मुझे बहुत सम्मान दिया, जिसका कर्जदार रहूंगा। कन्नौजिया ने कहा कि, वंचितों और अल्पसंख्यक विरोधी भाजपा का साथ देना मेरे लिए संभव नहीं है। भाजपा मेरे देश के गरीब किसान मजदूरों के लिए माकूल नहीं है। मैं मुल्क को बिकते नहीं देख सकता। भारत मेरा देश है और मैं इसे मोदी और भाजपा के हाथों विकने और बर्बाद होने नहीं दूंगा।
मऊ विधायक अब्बास अंसारी के वकील लियाकत अली ने अब्बास की जान का खतरा बताया है। जिसके बाद अब न्यायालय ने कासगंज जेल अधीक्षक को आदेश दिया है कि अब्बास अंसारी के खाने की जांच की जाएगी और सुरक्षा सीसी कैमरे की निगरानी से की जाएगी। कोर्ट ने आदेश दिया है कि अब्बास अंसारी के खाने से लेकर मेडिकल तक हर चीज पर कड़ी नजर रखी जाए।