परिवहन मंत्री ने यात्रियों को गर्मी से बचाने की पहलों को लेकर की समीक्षा बैठक
-बस क्यू शेल्टर्स पर यात्रियों को ठंडा पानी देने के लिए होगी ‘जल दूतों’ की तैनाती
-बंद पड़ी डीटीसी बसों को फूड किओस्क में परिवर्तित किया जाएगा-कश्मीरी गेट आईएसबीटी का पूरी तरह से पुनर्विकास किया जाएगा
नई दिल्ली, 24 अप्रैल (हि.स.)। दिल्ली के परिवहन मंत्री पंकज कुमार सिंह ने दिल्ली के हीट एक्शन प्लान 2025 के तहत पब्लिक ट्रांसपोर्ट व्यवस्था से संबंधित विभिन्न पहलों को लेकर गुरुवार को समीक्षा बैठक की। इस बैठक में योजना के माध्यम से यात्रियों को बढ़ती गर्मी से राहत देने के लिए कई प्रभावी और जनहितकारी कदम उठाए जा रहे हैं।
परिवहन मंत्री ने कहा कि इस योजना की एक प्रमुख पहल बस क्यू शेल्टर्स पर ‘जल दूतों’ की तैनाती है। ये प्रशिक्षित कर्मी यात्रियों को ठंडा और शुद्ध पीने का पानी उपलब्ध कराएंगे, जिससे गर्मी के प्रभाव को कम करने में मदद मिलेगी। गर्मी के इस मौसम में यात्रियों को पीने का पानी प्रदान करना हमारी प्राथमिक जिम्मेदारी है, और ‘जल दूत’ इस कार्य में अहम भूमिका निभाएंगे।
इस बैठक के दौरान परिवहन विभाग, दिल्ली ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन (डीटीसी) और दिल्ली इंटीग्रेटेड मल्टी-मोडल ट्रांजिट सिस्टम लिमिटेड (डीआईएमटीएस) के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।
गर्मी से जुड़ी चुनौतियों का समाधान करने के लिए, डीटीसी सभी डिपो और टर्मिनलों पर डिजिटल वॉटर कूलर लगाएगा। पहले चरण में पायलट प्रोजेक्ट के तहत 10 प्रमुख डिपो को चुना गया है।
मंत्री डॉ. पंकज कुमार सिंह ने कहा कि गर्मियों में शुद्ध और ठंडा पीने का पानी उपलब्ध कराना एक बुनियादी आवश्यकता है। डिपो में वाटर कूलर स्थापित करना हमारे कर्मचारियों और यात्रियों के लिए बढ़ती गर्मी में एक आवश्यक कदम है। यह पहल हमारे पब्लिक ट्रांसपोर्ट सिस्टम को और अधिक संवेदनशील और उत्तरदायी बनाने के साथ-साथ जनसेवा के प्रति हमारी मजबूत प्रतिबद्धता को प्रदर्शित करती है।
मंत्री ने बताया कि डीटीसी द्वारा बस स्टॉप्स पर हीटवेव से बचाव की जानकारी देने वाले पोस्टर और पम्पलेट लगाए जाएंगे व बांटे जाएंगे। इसके अलावा, बस स्टॉप्स पर छांव, पीने का पानी और अन्य जरूरी सुविधाएं सुनिश्चित की जाएंगी। मंत्री ने बताया कि गर्मी के मौसम में बीमार पड़ने वाले लोगों के इलाज के लिए सभी दिल्ली के सरकारी अस्पतालों और स्वास्थ्य केंद्रों पर विशेष स्वास्थ्य टीमों की तैनाती की जाएगी।
इसके साथ ही एक अनोखी और सतत पहल के तहत बंद पड़ी डीटीसी बसों को फूड किओस्क में बदला जाएगा। यह किओस्क शुरुआत में तीन प्रमुख टर्मिनलों (आनंद विहार आईएसबीटी, सराय काले खां आईएसबीटी और कश्मीरी गेट आईएसबीटी) पर स्थापित किए जाएंगे, जहां यात्रियों को पीने का पानी, साफ-सफाई और हाइजीन जैसी बुनियादी सुविधाएं प्रदान की जाएंगी।
इस बैठक में दिल्ली के अंतरराज्यीय बस टर्मिनलों के आधुनिकीकरण पर भी विस्तृत चर्चा की गई। आनंद विहार और सराय काले खां टर्मिनलों को अत्याधुनिक मल्टी-मोडल ट्रांजिट हब में बदला जाएगा, जिससे बस, मेट्रो, रेलवे और इलेक्ट्रिक वाहनों के बीच बेहतरीन कनेक्टिविटी सुनिश्चित हो सकेगी। इसके अलावा, कश्मीरी गेट आईएसबीटी, जो दिल्ली का सबसे व्यस्त ट्रांजिट सेंटर है, उसका पूरी तरह से पुनर्विकास किया जाएगा। इस पुनर्विकास से यात्री सुविधाओं में वृद्धि, आवाजाही में सुगमता और परिसर की सुंदरता में भी सुधार होगा।
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