रेशमा खान, जो खुद एक लग्जरी लाइफ की शौकीन हैं, हाल ही में चर्चा में आई हैं। गोरखपुर की रहने वाली रेशमा अपने सोशल मीडिया के माध्यम से एक ऐसे जीवन का प्रदर्शन करती थीं जो ऐश-आराम से भरा होता था। उनके इंस्टाग्राम पर 600 से अधिक फॉलोवर हैं और वह 34 लोगों को फॉलो करती हैं। इनमें कुछ कंटेंट क्रिएटर्स हो सकते हैं, लेकिन अधिकांश ऐसे लोग हैं जो अपनी भौकाल वाली जिंदगी को फ्लॉन्ट करते हैं। रेशमा के फॉलो किए जाने वाले लोगों की सूची में 6 हुक्का प्रेमी भी शामिल हैं, जिनकी प्रति रेशमा की दीवानगी साफ नजर आती है। इस संदर्भ में, पुलिस अब उसके सोशल मीडिया अकाउंट्स की जांच कर रही है, खासकर उन लोगों पर जो गोरखपुर में रहते हैं।
रेशमा खान को नेटवर्क मार्केटिंग के जरिए सेक्स रैकेट चलाने में महारत हासिल है। वह भोली-भाली लड़कियों को सपना दिखाकर उन्हें हुक्का बार लाने और देर व्यापार में धकेलने का काम करती हैं। वर्तमान में रेशमा जेल में है और पुलिस उसकी व्यापक नेटवर्क को ध्वस्त करने की योजना बना रही है। उन्हें विभिन्न लोगों से पूछताछ कर कुछ जानकारी मिली है और ऐसे लोगों को छोड़ दिया गया है, जिनका रेशमा से कोई संबंध नहीं मिला। साथ ही, कुछ लड़कियों के सोशल मीडिया अकाउंट्स पर नशे के दृश्य भी देखने को मिले हैं, जो रेशमा की फॉलोविंग में शामिल हैं।
रेशमा के चारों ओर एक जाल फैला है जिसमें उसके 5 एजेंट शामिल हैं। पुलिस उनकी पहचान करने और उन्हें गिरफ्तार करने में जुटी है। इनमें से एक एजेंट, नंदिनी, जो देवरिया की रहने वाली है, की तलाश तेजी से की जा रही है। नंदिनी को बड़ी मुश्किल से ट्रेस किया जा रहा है, लेकिन अभी तक उसके बारे में कोई ठोस जानकारी नहीं मिल पाई है। रेशमा के संपर्क में रहने वाली कुशीनगर की एक युवती भी चर्चा का विषय बनी हुई है, जो संभवतः उसे इस अवैध धंधे में लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
हालांकि, रेशमा खान अपनी धार्मिक आस्था को दिखाने से पीछे नहीं हटतीं। उसने अपने सोशल मीडिया पर अपने धर्म का बढ़ावा दिया है और दावा किया है कि वह अपने धर्म का अनुशासन रखती हैं। लेकिन वास्तविकता यह है कि उनकी कार्यशैली और जीवनशैली धार्मिक मूल्यों के विपरीत है। वह हिजाब को एक सुंदर पहना हुआ वस्त्र मानती हैं, लेकिन उनकी निजी जिंदगी उसकी एकदम उलट है।
जेल में रेशमा की रातें गुजारना आसान नहीं है। जिला जेल के महिला सेल में बंद रहते हुए, वह अपने साथी बंदियों से बातचीत नहीं कर रही हैं। रेशमा के किये हुए अपराधों के बारे में अन्य महिलाएं जानने की कोशिश कर रही हैं, लेकिन वह सभी से दूरी बना कर रख रही हैं। इस बीच, नंदिनी की तलाश भी जारी है, जिसे परी के नाम से भी जाना जाता है। पुलिस उसकी खोज में देवरिया स्थित उसके परिवार के पास जा चुकी है, लेकिन अभी तक कोई सफलता हासिल नहीं हुई है।
सभी आंसू और अनसुलझी पहेलियाँ इस गंभीर मामले के इर्द-गिर्द घूमती हैं। शाहपुर थानाक्षेत्र के गीता वाटिका के पास स्थित जीनस बॉटल रेस्टोरेंट में तीन नाबालिगों के साथ गैंग रेप की घटना के बाद रेशमा का नाम सामने आया है। इसके बाद से 15 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है, और अब पुलिस उनकी गिरफ्तारी की बहार को सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है।