विल पुकोव्स्की ने 27 की उम्र में क्रिकेट को कहा अलविदा

नई दिल्ली, 8 अप्रैल (हि.स.)। ऑस्ट्रेलिया के युवा बल्लेबाज विल पुकोव्स्की ने महज 27 साल की उम्र में क्रिकेट से संन्यास लेने का फैसला किया है। बार-बार सिर में चोट (कंकशन) लगने के कारण उन्हें यह कठिन निर्णय लेना पड़ा। पुकोव्स्की ने मेलबर्न के एक रेडियो शो में अपने रिटायरमेंट की घोषणा की और इसे अपने जीवन की सबसे बड़ी निराशा बताया।

एक टेस्ट का सपना और असमय अंत

विल पुकोव्स्की ने साल 2021 में भारत के खिलाफ टेस्ट डेब्यू किया था और उन्हें ऑस्ट्रेलिया की टेस्ट टीम में लंबे समय तक ओपनिंग करने वाले बल्लेबाज के रूप में देखा जा रहा था। लेकिन कंकशन की लगातार समस्याओं ने उनके करियर को समय से पहले ही खत्म कर दिया। उनका आखिरी मैच मार्च 2024 में तस्मानिया के खिलाफ शैफील्ड शील्ड में था, जहां राइली मेरेडिथ की बाउंसर से उन्हें गंभीर चोट लगी थी।

मेडिकल पैनल की सिफारिश और लंबा संघर्ष

पिछले साल एक स्वतंत्र मेडिकल पैनल ने पुकोव्स्की के करियर और भविष्य को देखते हुए उन्हें संन्यास की सिफारिश की थी। बताया गया कि पुकोव्स्की अब तक मिड-टीन्स (करीब 15 बार) कंकशन का शिकार हो चुके हैं। यह सिलसिला उनके किशोरावस्था में ऑस्ट्रेलियन रूल्स फुटबॉल खेलते वक्त शुरू हुआ था। हालांकि उन्होंने तुरंत संन्यास का फैसला नहीं लिया, और एक साल तक इलाज, बीमा और करियर विकल्पों पर विचार करते रहे।

“मैं एक टेस्ट नहीं, सौ टेस्ट खेलना चाहता था”

पुकोव्स्की ने कहा, “2023-24 सीजन में मुझे लगा कि मैं फिर से ट्रैक पर लौट रहा हूँ। न्यू साउथ वेल्स के खिलाफ शतक लगाने के बाद भरोसा था कि सब कुछ पटरी पर है। मेरा सपना था ऑस्ट्रेलिया के लिए लंबे समय तक खेलना और 100 टेस्ट खेलना, लेकिन दुर्भाग्य से मेरा सफर एक टेस्ट तक ही सिमट गया।”

उन्होंने बताया कि आखिरी कंकशन के बाद वे सामान्य जीवन जीने में भी संघर्ष कर रहे थे।

उन्होंने कहा, “घर में चलना भी मुश्किल हो गया था, मैं बहुत सोता था और कामों में मदद नहीं कर पाता था। यह मेरी जिंदगी का सबसे कठिन साल रहा।”

पुकोव्स्की ने कहा, “जब आप एक साल से ज़्यादा समय तक लक्षणों से जूझ रहे हों, तो फिर खेल में लौटने की उम्मीद खत्म हो जाती है। मैं अपने सपने को जितना संभव हो, थामे रखना चाहता था, लेकिन अब मुझे अपनी सेहत को प्राथमिकता देनी है।”

उन्होंने यह भी खुलासा किया कि उन्हें अभी भी सिरदर्द, थकान, मोशन सिकनेस और शरीर के बाएं हिस्से में संवेदनशीलता जैसे लक्षण परेशान कर रहे हैं।

उन्होंने कहा, “मुझे याद है मैं कैसा था और अब क्या हो गया हूँ, ये बदलाव मेरे और मेरे करीबियों के लिए डरावने हैं।”

हालांकि पुकोव्स्की ने क्रिकेट को अलविदा कहा है, लेकिन खेल से उनका नाता बना रहेगा। वे अगले सीजन (2025-26) में मेलबर्न क्लब की कोचिंग संभालेंगे और भविष्य में टेलीविजन कमेंट्री में भी वापसी कर सकते हैं।

विल पुकोव्स्की का फर्स्ट क्लास करियर:

मैच: 35

रन: 2350

औसत: 45.19

शतक: 7 (जिसमें 3 दोहरे शतक शामिल)

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By admin

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