उत्तर प्रदेश की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करने के अपने चल रहे प्रयासों के तहत योगी आदित्यनाथ सरकार दो चरणों में प्रयागराज में महर्षि भारद्वाज आश्रम का नवीनीकरण करेगी। भारद्वाज को प्रयागराज का प्रथम निवासी भी माना जाता है।
नवीकरण कार्य को दो भागों में विभाजित किया जाएगा । जोन 1 और जोन 2। जोन 1 में किए जाने वाले कार्यों में सड़क का चौड़ीकरण, हिंदू मंदिर शैली में चारदीवारी का निर्माण, महर्षि भारद्वाज की कहानी के साथ भित्तिचित्र का शिलालेख शामिल होगा।
चहारदीवारी के मेहराबों में दीवार, टेराकोटा चहारदीवारी की रेलिंग, फुटपाथ का निर्माण, बैठने के लिए बेंच, पर्याप्त कूड़ेदान की स्थापना, स्ट्रीट लाइट, दुकानों का नवीनीकरण, शौचालय, मुख्य द्वार का निर्माण, पार्किंग स्थल, रामलीला मैदान चबूतरे का नवीनीकरण शामिल है।
इसी तरह, जोन 2 में कार्यों में एक भव्य प्रवेश द्वार का निर्माण, मुख्य मंदिर पर हिंदू वास्तुकला के अनुसार डिजाइन किया गया ‘अर्धमंडप’, भारद्वाज आश्रम परिसर में स्थित सभी मंदिरों का पुनरुद्धार, वैदिक ज्यामिति के आधार पर फर्श निर्माण, विमानन शैली के मार्ग का निर्माण शामिल होगा। और लॉन के साथ-साथ भक्तों के लिए जूता रैक भी।
इसके अलावा, कार्यों में शेड, जलाशय का सौंदर्यीकरण, कीर्तन स्थल, उद्यान का निर्माण, चारदीवारी में टेराकोटा और लाल बलुआ पत्थर की रेलिंग, चारदीवारी में मूर्तिकला की नक्काशी और स्थापना से संबंधित भित्तिचित्रों का निर्माण जैसी आवश्यक सुविधाओं की स्थापना शामिल होगी।
जोन 2 में जिन मंदिरों का जीर्णोद्धार किया जाना है उनमें सिद्धनाथ महादेव मंदिर, प्रयागराज मंदिर, मां सती कुंड, भरत कुंड, ऋषि याज्ञवल्क्य मंदिर, भारद्वाज का मुख्य मंदिर, व्यास मुनि, सत्यनारायण मंदिर, त्रिपुरारी महादेव मंदिर, भोला भंडारी मंदिर, मां दुर्गा मंदिर शामिल हैं। नवग्रह मंदिर, पंचमुखी मंदिर, शिवजी और भारद्वाज मंदिर।
प्रमुख सचिव एवं महानिदेशक पर्यटन मुकेश मेश्राम ने कहा कि भारद्वाज मंदिर परिसर में मौजूद सभी मंदिरों में हिंदू वास्तुकला को शामिल करने पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। वाराणसी का श्री काशी विश्वनाथ मंदिर देश ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में विरासत के सम्मान की अनूठी मिसाल बन गया है। इसके अलावा मिर्ज़ापुर में विंध्य कॉरिडोर निर्माणाधीन है और अयोध्या में राम जन्मभूमि पर राम मंदिर का निर्माण चल रहा है।