गाजियाबाद पुलिस ने हाल ही में एक बड़ी सफलता हासिल की है, जब उन्होंने दो लुटेरों को गिरफ्तार करने के लिए कार्रवाई की। यह घटना देर रात की है, जब साहिबाबाद थाना पुलिस और स्वाट टीम ने मिलकर इन लुटेरों का पीछा किया। जानकारी के अनुसार, ये लुटेरे गाजियाबाद में लगातार लूट की वारदातों में शामिल थे, जिनका प्रमुख निशाना महंगे मोबाइल फोन के साथ-साथ महिलाओं के चेन और कुंडल भी थे।
पुलिस के अनुसार, दोनों लुटेरों पर पहले से ही एक दर्जन से अधिक आपराधिक मामले दर्ज हैं। सहायक पुलिस आयुक्त स्वेता कुमारी यादव ने जानकारी दी कि पुलिस ने इस कार्यवाई के दौरान एक बाइक, एक मोबाइल फोन, दो तमंचे और 27 हजार रुपये बरामद किए हैं। पुलिस ने बताया कि जब स्वाट टीम और साहिबाबाद पुलिस ने रेलवे स्टेशन फुट ओवर ब्रिज के समीप चेकिंग करने का निर्णय लिया, तब वहां एक बाइक पर दो संदिग्ध युवक तेजी से आते हुए नजर आए।
जब पुलिस ने उन्हें रुकने का इशारा किया, तो वे भागने लगे। भागते समय लुटेरों ने पुलिस पर फायरिंग भी की, लेकिन पुलिस ने सूझबूझ दिखाई और उनका पीछा किया। अंततः, बाइक छोड़कर भागने की कोशिश कर रहे इन दोनों लुटेरों को पुलिस ने दौड़ाकर उनकी टांगों में गोली मारी, जिससे उन्हें पकड़ना संभव हो सका।
पकड़े गए लुटेरों की पहचान गाजियाबाद क्षेत्र के दो अलग-अलग स्थनों से हुई है। पहला लुटेरा दानिश है, जो मुगल गार्डन थाना लोनी का निवासी है, और दूसरा लुटेरा वीरू है, जो राम विहार बंथला क्षेत्र का निवासी है। दोनों ने हाल ही में एक दुकान में घुसकर लूट की थी। ये लुटेरे महिलाओं से चेन व कुंडल लूटने के बाद इन्हें दिल्ली में बेचते थे। पुलिस की इस कार्यवाही ने गाजियाबाद में आपराधिक गतिविधियों पर लगाम लगाने में मदद की है और स्थानीय नागरिकों में सुरक्षा का एहसास बढ़ाया है।
इस प्रकार, गाजियाबाद पुलिस ने अपने साहसिक और समय पर की गई कार्रवाई से यह सिद्ध कर दिया है कि वह अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई में कोई कसर नहीं छोड़ रही है। अब पुलिस इन दोनों लुटेरों से पूछताछ कर रही है ताकि उनके अन्य संभावित मामलों और गैंग के अन्य सदस्यों के बारे में जानकारी हासिल की जा सके। इस तरह की कार्रवाई से पुलिस का संदेश स्पष्ट है—अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही जारी रहेगी।