विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने बुधवार को दिल्ली के एक कॉलेज के कार्यक्रम में अपने वक्तव्य के जरिए पाकिस्तान को कड़ा संदेश दिया। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के कब्जे वाला कश्मीर (पीओके) भारत का हिस्सा है और भारत में वापस आए।
विदेश मंत्री ने कहा कि इस पर संसद का प्रस्ताव है व सभी राजनीतिक दल इस बात के लिए प्रतिबद्ध हैं। जयशंकर बुधवार को दिल्ली विश्वविद्यालय के गार्गी कॉलेज में बोल रहे थे। उन्होंने यहां ‘विश्व बंधु भारत’ विषय पर चर्चा के दौरान अपने विचार रखें।
विदेश मंत्री ने मोदी सरकार की नीतियों का उल्लेख करते हुए कहा कि लोगों ने मान लिया था कि धारा 370 को नहीं बदला जा सकता, लेकिन अब एक बार जब हमने इसे बदल दिया, तो पूरी जमीनी स्थिति बदल गई।
उन्होंने कहा कि ऐसे ही पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर को लेकर संसद का प्रस्ताव है, देश का प्रत्येक राजनीतिक दल इस बात को सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है कि पीओके भारत का हिस्सा है और यह भारत में वापस आना चाहिए।
नरेंद्र मोदी सरकार की प्रतिबद्धता जाहिर करते हुए विदेश मंत्री ने कहा कि वह एक बात जरूर कहना चाहते हैं, वह बात यह है कि 10 साल पहले या फिर 5 साल पहले भी लोग हमसे यह नहीं पूछते थे। जब हमने 370 को खत्म कर दिया, तो अब लोग समझते हैं कि पीओके भी महत्वपूर्ण है।