प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को महान स्वतंत्रता सेनानी बाल गंगाधर तिलक और चंद्रशेखर आजाद की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।
मोदी ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘लोकमान्य तिलक को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि। उन्हें भारत की स्वतंत्रता की लड़ाई में हमेशा एक महान व्यक्ति के रूप में याद किया जाएगा। वह एक दूरदर्शी व्यक्ति थे, जिन्होंने राष्ट्रवाद की भावना को प्रज्वलित करने के लिए अथक प्रयास किया और साथ ही शिक्षा व सेवा पर जोर दिया।”
इसके साथ ही प्रधानमंत्री ने पुणे में पिछले साल आयोजित एक कार्यक्रम में अपने भाषण का वीडियो लिंक भी साझा किया। इस कार्यक्रम में उन्हें लोकमान्य तिलक राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।
प्रधानमंत्री ने एक अन्य पोस्ट में चंद्रशेखर आजाद को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उन्हें एक ऐसा निडर नायक बताया, जो भारत की स्वतंत्रता के लिए प्रतिबद्ध था।
मोदी ने कहा, “उनके आदर्श और विचार लाखों लोगों, खासकर युवाओं के दिलो-दिमाग में आज भी गूंजते रहते हैं।”
उत्तर प्रदेश में 1906 में जन्मे आजाद ने एक क्रांतिकारी नेटवर्क चलाया था और अंग्रेजों के हाथों कभी भी नहीं पकड़े जाने की प्रतिज्ञा ली थी। उन्होंने ‘आजाद’ बने रहने के अपने संकल्प पर कायम रहते हुए, 1931 में पुलिस के साथ मुठभेड़ के दौरान खुद को गोली मार ली थी।
वहीं, 1856 में जन्मे तिलक अखिल भारतीय स्तर पर लोकप्रिय उन नेताओं में से एक थे, जो आजादी के आंदोलन के दौरान उभरे थे।