प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने बिहार के दो दिवसीय दौरे के दूसरे दिन सोमवार की सुबह गुरु गोविंद सिंह जी की जन्मस्थली तख्त श्री हरमंदिर जी पहुंचे और हाजिरी लगाई। इस दौरान प्रधानमंत्री केसरिया रंग की पगड़ी बांधे नजर आए।
प्रधानमंत्री मोदी ने कड़ी सुरक्षा के बीच पटना स्थित तख्त श्री हरिमंदिर जी, पटना साहिब में मत्था टेका।
प्रधानमंत्री मोदी ने हरिमंदिर साहिब में मत्था टेका और लंगर में सेवा की। इस दौरान गुरुघर की मर्यादा के अनुकूल प्रधानमंत्री का स्वागत किया गया। प्रबंधक कमेटी की ओर से पहले से ही उनके आगमन को लेकर व्यापक सुरक्षा व्यवस्था की गई थी।
मोदी पहले प्रधानमंत्री हैं जो हरमंदिर साहिब पहुंचे।
पटना साहिब के भाजपा प्रत्याशी और पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद भी इस दौरान उनके साथ मौजूद रहे।
उन्होंने बताया कि पीएम मोदी ने लंगर का प्रसाद बनाया और रोटियां बनाईं। इस दौरान उन्होंने शस्त्रों के दर्शन किए और शबद सुने। लोगों से मिले और सभी का अभिवादन स्वीकार किया।उन्होंने बताया कि नरेंद्र मोदी जी ऐसे पहले प्रधानमंत्री हैं जिन्होंने गुरु गोविंद सिंह के पावन जन्मस्थली के दर्शन किए। इससे पहले रविवार को प्रधानमंत्री ने पटना में रोड शो किया था।
तख्त श्री पटना साहिब को तख्त श्री हरिमंदिर जी, पटना साहिब के नाम से भी जाना जाता है, जो सिखों के पांच तख्तों में से एक है।
गुरु गोविंद सिंह के जन्मस्थान के रूप में इस तख्त का निर्माण 18वीं शताब्दी में महाराजा रणजीत सिंह द्वारा करवाया गया था।
सिखों के दसवें गुरु, गुरु गोविंद सिंह का जन्म 1666 में पटना में हुआ था। उन्होंने आनंदपुर साहिब जाने से पहले अपने प्रारंभिक वर्ष यहीं बिताए थे। उन्होंने एक दिन पहले पटना में रोड शो किया था। मोदी बिहार में कहीं भी रोड शो करने वाले पहले प्रधानमंत्री हैं।
रोड शो के दौरान प्रधानमंत्री के साथ बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री और राज्य भाजपा अध्यक्ष सम्राट चौधरी और स्थानीय सांसद रविशंकर प्रसाद थे।
सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर अपने एक पोस्ट में रोड शो के बारे में प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘पटना के मेरे परिवारजनों का बहुत-बहुत आभार। आज के रोड शो में आप सबका अभूतपूर्व जोश और उत्साह असीम ऊर्जा से भर देने वाला है। विशेषकर हमारे युवा साथियों और माताओं-बहनों ने इसमें भागीदारी कर जिस प्रकार भरपूर आशीर्वाद दिया, उससे पता चलता है कि शहर के लोगों का भाजपा-राजग से कितना गहरा जुड़ाव है। इससे ‘विकसित पटना’ के संकल्प को साकार करने की भावना और प्रबल हुई है।’’
उन्होंने आगे कहा, ‘‘मां गंगा के तट पर बसी पाटलिपुत्र की यह धरती प्राचीन काल से लेकर स्वतंत्रता आंदोलन तक के अनेक महत्वपूर्ण कालखंडों की गवाह रही है। राजग सरकार ‘‘विरासत भी, विकास भी’’ के मंत्र के साथ यहां की विरासत को संजोने-संवारने में जुटी है। बिहार विधानसभा के 100 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में बना शताब्दी स्मृति स्तंभ इसका एक जीता-जागता उदाहरण है।’’
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘शहर के लोगों का जीवन और आसान बनाने के लिए हमने सड़क, रेल और हवाई कनेक्टिविटी बढ़ाने में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ी है। पटना-हावड़ा वंदे भारत एक्सप्रेस हो या पटना-वाराणसी के बीच ट्रेन, रेलवे जंक्शन पर सुविधाओं का विस्तार हो या हवाई अड्डे पर घरेलू टर्मिनल बिल्डिंग और इनक्यूबेशन सेंटर हो, हमारी सरकार ने बुनियादी संरचना विकास पर काफी ध्यान दिया है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘इसके साथ ही गंगा नदी पर केबल ब्रिज, महात्मा गांधी सेतु का जीर्णोद्धार, पटना मेट्रो रेल परियोजना और पटना रिंग रोड से शहर के लोगों का जीवन और आसान होगा।’’
उन्होंने कहा, ‘‘विकास की गति तेज करने के लिए पारादीप-हल्दिया-दुर्गापुर एलपीजी पाइपलाइन का पटना तक विस्तार किया गया है। हमने शहर की स्वच्छता को भी ध्यान में रखते हुए जलमल शोधन संयंत्र बनवाए हैं। पटना शहर का पर्यटन विकास भी हमारी सरकार की प्राथमिकताओं में शामिल है।’’
प्रधानमंत्री ने आरोप लगाया, ‘‘कांग्रेस के सहयोगी राजद ने जंगलराज लाने और शहर को अपराध सिटी बनाने का काम किया था। इनका ‘इंडिया’ गठबंधन आज अपने वोट बैंक के लिए किसी भी हद तक गिरने को तैयार है। लेकिन हमारी सरकार अपने तीसरे कार्यकाल में पटना के विकास को नई ऊंचाई देने के लिए कृतसंकल्पित है।’’
अपने दो दिवसीय बिहार के दौरे में प्रधानमंत्री सोमवार को हाजीपुर, मुजफ्फरपुर और सारण में राजग उम्मीदवारों के पक्ष में चुनावी रैलियों को संबोधित करने वाले हैं।