प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन ने शुक्रवार को पेरिस में प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता के दौरान द्विपक्षीय सहयोग के व्यापक क्षेत्रों पर चर्चा की।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने एक ट्वीट में कहा कि दोनों नेताओं ने रक्षा, अंतरिक्ष, नागरिक परमाणु, विज्ञान, प्रौद्योगिकी, व्यापार, निवेश, ऊर्जा, जलवायु कार्रवाई, संस्कृति और लोगों से लोगों के संबंधों सहित द्विपक्षीय सहयोग के व्यापक क्षेत्रों पर चर्चा की।
बागची ने कहा, “भारत की जी20 की अध्यक्षता, , इंडो-पैसिफिक से संबंधित क्षेत्रीय व वैश्विक मुद्दों पर भी चर्चा हुई। ”
इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी ने एक ट्वीट में कहा, “राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन और मैंने व्यापार सहयोग में विविधता लाने के तरीकों पर चर्चा करने के लिए शीर्ष सीईओ से मुलाकात की। मैंने भारत में सुधारों पर प्रकाश डाला और उद्यमियों से हमारे देश में उपलब्ध कई अवसरों का लाभ उठाने का आग्रह किया।”
प्रधानमंत्री मोदी की फ्रांस यात्रा के नतीजों में हिंद-प्रशांत क्षेत्र में भारत-फ्रांस सहयोग का रोडमैप भी शामिल था।
एक अन्य परिणाम उन भारतीयों के लिए पांच साल की वैधता वाला अल्पकालिक शेंगेन वीज़ा जारी करना है, जो फ्रांसीसी शैक्षणिक संस्थानों (परास्नातक और ऊपर) से डिग्री धारक हैं।
दोनों देशों के बीच रक्षा औद्योगिक सहयोग में बढ़ोतरी के मद्देनजर, भारत पेरिस में अपने दूतावास में डीआरडीओ का एक ‘तकनीकी कार्यालय’ स्थापित कर रहा है।
भारत और फ्रांस ऐतिहासिक यूएनईए 5.2 संकल्प के अनुरूप, प्लास्टिक प्रदूषण को समाप्त करने के लिए अन्य समान विचारधारा वाले देशों को भी रचनात्मक रूप से शामिल करेंगे।