प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शनिवार को मिस्र की दो दिवसीय राजकीय यात्रा पर काहिरा पहुंचे और मिस्र तथा भारत के बीच व्यापारिक संबंधों (Trade relations between Egypt and India) को प्रगाढ़ करने तथा रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने के लिए उन्होंने अपने समकक्ष मुस्तफा मैडबौली तथा मंत्रीमंडल के शीर्ष मंत्रियों के साथ बातचीत की।
प्रधानमंत्री मोदी मिस्र के राष्ट्रपति अल-सिसी के निमंत्रण पर मिस्र का दौरा कर रहे हैं। यह किसी भारतीय प्रधानमंत्री की 26 वर्षों में मिस्र की पहली द्विपक्षीय यात्रा है।
मोदी ने अपनी यात्रा की शुरुआत व्यापार संबंधों को गहरा करने तथा रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने के लिए मिस्र के प्रधानमंत्री मैडबौली और शीर्ष कैबिनेट मंत्रियों के साथ चर्चा के साथ की।
प्रधानमंत्री ने मिस्र के ग्रैंड मुफ्ती डॉ शॉकी इब्राहिम अब्देल-करीम अल्लम से भी मुलाकात की और प्रवासी भारतीयों तथा दाऊदी बोहरा समुदाय के लोगों के साथ बातचीत की। मोदी ने सामाजिक सद्भाव को बढ़ाने तथा अतिवाद और कट्टरपंथ से निपटने से जुड़े मुद्दों पर चर्चा की।
प्रधानमंत्री ने ग्रैंड मुफ्ती को बताया कि भारत मिस्र के सामाजिक न्याय मंत्रालय के तहत दार-अल-इफ्ता में ‘सेंटर ऑफ एक्सीलेंस’ खोलेगा।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा, ‘‘उन्होंने भारत और मिस्र के बीच मजबूत सांस्कृतिक संबंधों और लोगों के बीच संपर्क पर चर्चा की। सामाजिक एवं धार्मिक सद्भाव तथा अतिवाद एवं कट्टरपंथ का मुकाबला करने से संबंधित मुद्दों पर भी चर्चा हुई।’’
उन्होंने कहा कि ग्रैंड मुफ्ती ने समावेश और बहुलवाद को बढ़ावा देने में प्रधानमंत्री के नेतृत्व की सराहना की।
ग्रैंड मुफ्ती ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री से मुलाकात करके सम्मानित महसूस कर रहा हूं। यह बेहद अच्छी और दिलचस्प मुलाकात थी। वह भारत जैसे बड़े देश के लिए उचित नेतृत्व प्रतीत हुए।’’
मोदी मिस्र की अपनी पहली राजकीय यात्रा के दौरान रविवार को काहिरा की ऐतिहासिक अल-हाकिम मस्जिद जाएंगे। इस मस्जिद का भारत के दाऊदी बोहरा समुदाय की मदद से जीर्णोद्धार किया गया है।
इससे पहले खास गर्मजोशी दिखाते हुए मिस्र के प्रधानमंत्री मैडबौली ने यहां हवाई अड्डे पर गले मिलकर मोदी का स्वागत किया। प्रधानमंत्री मोदी के आगमन पर उनका औपचारिक स्वागत किया गया और ‘गार्ड ऑफ ऑनर’ दिया गया।
प्रधानमंत्री मोदी ने काहिरा पहुंचने के बाद ट्वीट किया, ‘‘मुझे विश्वास है कि यह यात्रा मिस्र के साथ भारत के संबंधों को मजबूत करेगी। मैं राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सिसी के साथ बातचीत और अन्य कार्यक्रमों में भाग लेने के लिए उत्सुक हूं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हवाई अड्डे पर गर्मजोशी के साथ मेरा स्वागत करने के लिए मैं प्रधानमंत्री मुस्तफा मैडबौली को धन्यवाद देता हूं। कामना है कि भारत-मिस्र संबंध फलें-फूलें और हमारे देशों के लोगों को लाभ मिले।’’
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मिस्र में ‘इंडिया यूनिट’ के साथ पहली बैठक की जिसमें दोनों देशों के बीच आर्थिक संबंधों को मजबूत बनाने पर चर्चा की गई।
‘इंडिया यूनिट’ मिस्र के शीर्ष मंत्रियों का एक समूह है जिसके प्रमुख मिस्र के प्रधानमंत्री मुस्तफा मैडबौली हैं।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने ट्वीट किया, ‘‘व्यापार एवं निवेश, नवीकरणीय ऊर्जा, हरित हाइड्रोजन, सूचना प्रौद्योगिकी, डिजिटल लेनदेन मंच, दवा तथा लोगों के बीच संपर्क सहित कई क्षेत्रों में सहयोग को प्रगाढ़ करने पर चर्चा हुई।’’
मोदी रविवार को मिस्र के राष्ट्रपति अल-सिसी से मुलाकात करेंगे।
प्रधानमंत्री जब यहां होटल पहुंचे तो भारतीय समुदाय के लोगों ने भारतीय तिरंगा लहराते हुए ‘मोदी, मोदी’ और ‘वंदे मातरम’ के नारों के साथ उनका स्वागत किया।
साड़ी पहनकर आई मिस्र की एक महिला ने फिल्म ‘शोले’ के लोकप्रिय गीत ‘ये दोस्ती हम नहीं तोड़ेंगे’ गाकर मोदी का स्वागत किया। प्रधानमंत्री महिला को ध्यान से सुनते दिखे और उन्होंने उस समय हैरानी जताई जब महिला ने कहा कि वह बहुत कम हिंदी जानती है तथा कभी भारत नहीं गई है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘‘किसी को पता भी नहीं चलेगा कि आप मिस्र की बेटी हो या हिंदुस्तान की बेटी हो।’’
काहिरा में अपने प्रवास के दौरान प्रधानमंत्री ‘हेलियोपोलिस कॉमनवेल्थ वॉर ग्रेव सीमेट्री’ का दौरा करेंगे, जो एक पवित्र स्थल है और प्रथम विश्व युद्ध के दौरान मिस्र तथा फलस्तीन में सेवा करने वाले एवं शहीद हुए भारतीय सेना के लगभग 3,799 सैनिकों की याद में बनाया गया स्मारक है।
इस वर्ष गणतंत्र दिवस समारोह के मुख्य अतिथि के रूप में राष्ट्रपति अल-सिसी भारत यात्रा पर आए थे। उनके दौरे के छह महीने के भीतर प्रधानमंत्री की मिस्र की यात्रा हो रही है। अल-सिसी का सितंबर में जी-20 शिखर सम्मेलन के लिए भारत की यात्रा करने का कार्यक्रम है जहां मिस्र को विशेष अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की भारतीय समुदाय के लोगों ने जमकर प्रशांसा की और उन्हें ‘‘भारत का नायक’’ बताया।
प्रधानमंत्री मोदी मिस्र के राष्ट्रपति अल-सिसी के निमंत्रण पर मिस्र का दौरा कर रहे हैं। यह किसी भारतीय प्रधानमंत्री की 26 वर्षों में मिस्र की पहली द्विपक्षीय यात्रा है। प्रधानमंत्री का रित्ज कॉर्ल्टन होटल पहुंचने पर भव्य स्वागत किया गया। यहां उन्होंने भारतीय समुदाय के लोगों से कई समूहों में बातचीत की।
अधिकतर लोगों ने अमेरिकी कांग्रेस में प्रधानमंत्री के संबोधन की सराहना की।
भारतीय समुदाय के एक व्यक्ति ने प्रधानमंत्री से कहा ‘‘आप भारत के नायक हैं।’’ इस पर मोदी ने कहा कि विदेशों में रहने वालों सहित सभी भारतीयों के प्रयासों ने देश की सफलता में योगदान दिया है।
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘सारा हिंदुस्तान सबका नायक है। देश के लोग मेहनत करते हैं तो देश की तरक्की होती है।’’
प्रधानमंत्री मोदी ने पश्चिम एशिया और उत्तरी अफ्रीकी क्षेत्र में मिस्र की सबसे बड़ी कंपनियों में से एक के मुख्य कार्यकारी अधिकारी हसन आलम और प्रसिद्ध लेखक तारेक हेग्गी सहित अनेक शख्सियतों से मुलाकात की।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने ट्वीट किया, ‘‘प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पश्चिम एशिया और उत्तरी अफ्रीकी क्षेत्र में मिस्र की सबसे बड़ी कंपनियों में से एक हसन आलम होल्डिंग कंपनी के सीईओ हसन आलम के साथ एक सार्थक बैठक की।’’
आलम ने कहा कि मोदी के साथ बैठक शिक्षाप्रद और प्रेरणादायक रही।
उन्होंने बैठक के बाद कहा, “प्रधानमंत्री मोदी एक असाधारण व्यक्ति हैं। बुद्धिमान, विनम्र, महान दूरदर्शी। मुझे उनके साथ बैठक जानकारीपूर्ण, शिक्षाप्रद और प्रेरणादायक लगी।”
बागची ने कहा कि हेग्गी के साथ प्रधानमंत्री की चर्चा में वैश्विक भू-राजनीति, ऊर्जा सुरक्षा, कट्टरवाद और लैंगिक समानता से संबंधित मुद्दे शामिल रहे।