राजस्थान के पोखरण का रेगिस्तानी इलाका आज यानी मंगलवार को होने वाले महा अभ्यास ‘भारत शक्ति’ के लिए तैयार है, जिसके तहत तीनों सेनाओं के स्वदेश निर्मित रक्षा उपकरणों की शक्ति का प्रदर्शन किया जाएगा।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को जैसलमेर के पोखरण फील्ड फायरिंग रेंज में युद्ध अभ्यास ‘भारत शक्ति’ देखेंगे। जिसमें स्वदेशी रक्षा क्षमताओं का करीब 50 मिनट तक समन्वित प्रदर्शन किया जाएगा। इस मौके पर देश के शीर्ष सैन्य अधिकारी भी मौजूद रहेंगे।

रक्षा अधिकारियों ने कहा कि युद्ध अभ्यास स्वदेशी हथियारों की मारक क्षमता और रक्षा बलों के तीनों अंगों की परिचालन तत्परता को प्रदर्शित करेगा।

बीजेपी सूत्रों ने बताया कि पीएम मोदी दोपहर करीब 2.30 बजे फायरिंग रेंज पहुंचेंगे।

राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा भी इस कार्यक्रम के लिए जैसलमेर पहुंचेंगे। वो सुबह 6.30 बजे जयपुर से रवाना हुए।

उनके कार्यालय ने कहा कि दोपहर 2.30 बजे से शाम 4 बजे तक मुख्यमंत्री पीएम मोदी की मौजूदगी में पोखरण फायरिंग रेंज में युद्ध अभ्यास भारत शक्ति देखेंगे।

इस कार्यक्रम में पीएम मोदी के साथ रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत और राज्य मंत्री कैलाश चौधरी भी शामिल होंगे।

प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) ने रविवार एक बयान में कहा था कि ‘भारत शक्ति’ के दौरान, देश को आत्मनिर्भर बनाने की पहल के तहत स्वदेश में विकसित हथियार प्रणालियों और मंचों की एक शृंखला प्रदर्शित की जाएगी।

इसमें कहा गया कि यह अभ्यास भूमि, वायु, समुद्र, साइबर और अंतरिक्ष क्षेत्र में खतरों का मुकाबला करने के लिए भारतीय सशस्त्र बलों की एकीकृत परिचालन क्षमताओं को प्रदर्शित करेगा।

एलसीए तेजस, एएलएच एमके-चार, एलसीएच प्रचंड, सचल ड्रोन रोधी प्रणाली, बीएमपी-द्वितीय और इसके संस्करण, नामिका (नाग मिसाइल कैरियर), टी90 टैंक, धनुष, के9 वज्र और पिनाका रॉकेट उन मंचों में शामिल हैं जिनका इस दौरान प्रदर्शन किया जाएगा।

सेना डिजाइन ब्यूरो के अतिरिक्त महानिदेशक मेजर जनरल सी एस मान ने शनिवार को यहां संवाददाताओं से कहा कि ‘भारत शक्ति’ अभ्यास के दौरान तीनों सेनाओं के स्वदेश निर्मित रक्षा उपकरणों की शक्ति का प्रदर्शन किया जाएगा।

रक्षा प्रतिष्ठान के सूत्रों ने कहा कि इस तरह के पैमाने पर अपनी तरह का यह पहला अभ्यास ‘‘किसी भी दिशा (उत्तरी या पश्चिमी सीमा) या किसी प्रतिद्वंद्वी को लक्ष्य बनाकर नहीं किया जा रहा।’’

जैसलमेर जिले के पोकरण में होने वाले अभ्यास में कृत्रिम मेधा (एआई) के उपयोग से एकीकृत प्रणालियों और मंचों का भी प्रदर्शन किया जाएगा।

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