एनसीपी प्रमुख शरद पवार 01 अगस्त को होने वाले एक पुणे के कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ मंच साझा करने वाले हैं। इस बात को लेकर विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A के नेताओं का एक वर्ग नाखुश है।
विपक्षी नेताओं के एक वर्ग का मानना है कि ऐसे वक्त में जब सत्तारुढ दल I.N.D.I.A पर टिप्पणी कर चुका है, तो शरद पवार का मंच एक साथ साझा करना खराब दृष्टिकोण पैदा करेगा।
शरद पवार को तिलक स्मारक मंदिर ट्रस्ट द्वारा आयोजित समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया है। यहां पीएम मोदी को पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। यह समारोह तिलक की 103वीं जयंती पर आयोजित किया गया है। समारोह में महाराष्ट्र के राज्यपाल रमेश बैस, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस और अजीत पवार के भी शामिल होने की उम्मीद है।
यह मुद्दा संसद में I.N.D.I.A के फ्लोर नेताओं की एक बैठक के दौरान उठा जब कुछ नेताओं ने उस समारोह के मुख्य अतिथि होने पर शरद पवार के बारे में चिंता व्यक्त की। इस कार्यक्रम में मोदी को लोकमान्य तिलक पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा।
सूत्रों ने कहा कि ऐसा हो सकता है कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे शरद पवार से बात करेंगे और उन्हें समारोह में शामिल नहीं होने के लिए मना करेंगे।
रिपोर्ट के मुताबिक विपक्ष के एक शीर्ष नेता ने टिप्पणी की है कि कोई सोए हुए व्यक्ति को जगा सकता है, लेकिन उस व्यक्ति को नहीं जो सोने का नाटक कर रहा हो। इसलिए ये समझ जाना चाहिए कि बैठक में शामिल नहीं होने के किसी भी सुझाव को लेकर शरद पवार उत्साहित नहीं होंगे।
सूत्रों ने कहा कि नेताओं का मानना है कि पिछले कुछ महीनों में एकता के प्रयासों से उन्होंने जो सकारात्मक चीजें हासिल की हैं, वे पवार के कार्यक्रम में शामिल होने से बर्बाद हो जाएंगी। उन्होंने कहा कि कुछ दिनों पहले पीएम नरेंद्र मोदी ने भी I.N.D.I.A का नाम लेकर हमला किया था।
रिपोर्ट के मुताबिक शरद पवार पीएम के साथ मंच तब साझा करेंगे, जब भाजपा ने एनसीपी में फूट डाल दी है और अजित पवार के नेतृत्व वाले एक धड़े ने महाराष्ट्र सरकार से हाथ मिला लिया है।