प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए रोजगार मेले में सरकारी विभागों में नियुक्त 71 हजार कर्मचारियों को नियुक्ति-पत्र सौंपे। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि देश विकास की ओर बढ़ रहा है। देश में नए एयरपोर्ट और हाईवे बने हैं। पीएम मोदी ने कहा, ‘‘पिछले 9 सालों में भारत सरकार ने सरकारी भर्ती प्रक्रिया को ज्यादा तेज करने, ज्यादा पारदर्शी और निपष्क्ष बनाने को भी प्राथमिकता दी है। आज आवेदन करने से लेकर नतीजे आने तक की पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन हो गई है।”
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज दस्तावेजों को सेल्फ अटेस्ट करना भी पर्याप्त होता है और ‘ग्रुप सी’ और ‘ग्रुप डी’ के पदों पर भर्ती के लिए साक्षात्कार भी खत्म हो गए हैं। उन्होंने कहा, ‘‘इन सारे प्रयासों से भ्रष्टाचार और भाई-भतीजावाद खत्म हुआ है।”रोजगार मेले का आयोजन देश भर में 45 स्थानों पर किया गया। कर्मचारियों की भर्ती केंद्रीय सरकारी विभागों और राज्य सरकारों तथा केंद्र शासित प्रदेशों में की गई है।
देशभर से चयनित नव-नियुक्त कर्मचारियों को ग्रामीण डाक सेवक, डाक निरीक्षक, वाणिज्यिक व टिकट लिपिक, कनिष्ठ लिपिक व टंकक, कनिष्ठ खाता लिपिक, ट्रैक मेनटेनर, सहायक विभाग अधिकारी, अवर श्रेणी लिपिक, उपमंडलाधिकारी, कर सहायक, सहायक प्रवर्तन अधिकारी, इंसपेक्टर, नर्सिंग अधिकारी, सहायक सुरक्षा अधिकारी, दमकल अधिकारी, सहायक खाता अधिकारी, सहायक लेखा परीक्षण अधिकारी, मंडलीय खाता निरीक्षक, लेखा परीक्षक, कांस्टेबल, हेड कांस्टेबल, सहायक कमानडेंट, प्रधानाध्यापक, प्रशिक्षित स्नातक अध्यापक, सहायक पंजीयक, सहायक प्रोफेसर, आदि विभिन्न पदों पर नियुक्त किया गया है।
रोजगार मेला का आयोजन, रोजगार सृजन को उच्च प्राथमिकता देने के प्रति प्रधानमंत्री के संकल्प को पूरा करने की दिशा में एक पहल है। सरकार का मानना है कि इस तरह के मेलों के आयोजन रोजगार सृजन, युवाओं के सशक्तिकरण तथा राष्ट्रीय विकास में उनकी भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए उन्हें सार्थक रोजगार अवसर प्रदान करने में अहम भूमिका निभाएंगे।