प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2024 में होने वाले लोक सभा चुनाव में जीतकर लगातार तीसरी बार देश का प्रधानमंत्री बनने की ओर इशारा किया।

प्रधानमंत्री मोदी ने तीसरी बार सत्ता में आने का इशारा किया। उन्होंने लाल किले की प्राचीर से देशवासियों को संबोधित करते हुए कहा कि वे अगले साल 15 अगस्त को इसी लाल किले से देश की उपलब्धियों ,सामर्थ्य, संकल्प,प्रगति और सफलता का हिसाब देश की जनता को देंगे।

लाल किले की प्राचीर से देशवासियों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों को अपनी सरकार के 10 साल के कामकाज का हिसाब देते हुए एक बार फिर से मजबूत सरकार बनाने की वकालत की है।

प्रधानमंत्री मोदी ने देश में 2014 और 2019 में पूर्ण बहुमत की मजबूत सरकार बनाने का जिक्र करते हुए कहा कि आपने सरकार फॉर्म की और हमने रिफॉर्म किया। उन्होंने कहा कि आपने 2014 और 2019 में सरकार फॉर्म की तो मोदी में रिफॉर्म करने की हिम्मत आई।

प्रधानमंत्री मोदी ने रिफॉर्म, परफॉर्म और ट्रांसफॉर्म को अपनी सरकार का मंत्र बताते हुए भ्रष्टाचार पर हमला बोला, भारत की दुनिया की पांचवी अर्थव्यवस्था बनने का जिक्र किया और देश के गरीबों के हित में चलाई जा रही जनकल्याणकारी योजनाओं व सरकार की उपलब्धियों का जिक्र किया।

प्रधानमंत्री मोदी ने भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने की बात कहते हुए कहा कि भ्रष्टाचार के रक्षा के खिलाफ बड़ा अभियान चलाने और लीकेज बंद करने की वजह से देश का फायदा हुआ है। उन्होंने कहा कि कोरोना के बाद विश्व ऑर्डर बदल रहा है भारत को जी 20 की मेहमाननवाजी का अवसर मिला है, जो एक बहुत बड़ा सम्मान है। छोटे शहरों ने डिजिटल इंडिया में करिश्मा कर दिया है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, भारत आज 1000 साल की गुलामी और आने वाले 1000 साल के भव्य पड़ाव पर खड़ा है, इसलिए ना हमें रुकना है और ना ही दुविधा में जीना है।

उन्होंने कहा कि हमें खोई हुई उस विरासत का गर्व करते हुए खोई हुई समृद्धि को प्राप्त करते हुए आगे बढ़ना है। भारत के पास डेमोक्रेसी, डेमोग्राफी और डायवर्सिटी की त्रिवेणी होने का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि ये त्रिवेणी भारत के सपने को आगे बढ़ाने का सामर्थ्य रखती है।

PM मोदी ने 15 अगस्त को लाल किले की प्राचीर से ‘वन रैंक वन पेंशन’ प्रदान करने की उपलब्धि को देश के समक्ष रखा।

उन्होंने बताया कि उनकी सरकार ने पूर्व सैनिकों के कल्याण हेतु वन रैंक वन पेंशन का प्रावधान किया। प्रधानमंत्री ने लाल किले की प्राचीर से कहां कि वन रैंक वन पेंशन लागू करने के लिए 70 हजार करोड रुपए खर्च किए गए।

स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर पूर्व सैनिकों को याद करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि 70 हजार करोड़ रुपए की राशि पूर्व सैनिकों की भलाई के लिए खर्च किए गए हैं। स्वतंत्रता दिवस पर अपने भाषण में लाल किले से बोलते हुए प्रधानमंत्री ने सेना में हुए सुधारों, आंतरिक सुरक्षा, नक्सल प्रभावित क्षेत्रों की भी बात की। प्रधानमंत्री ने स्वतंत्रता दिवस पर अपने भाषण में सेना का जिक्र करते हुए कहा कि भारतीय सेना में रिफॉर्म का काम हो रहा है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि देश के अंदर सीरियल बम ब्लास्ट बीते जमाने की बात हो गई है। उन्होंने कहा कि आतंकी हमलों में कमी आई है। नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में कमी आई है। प्रधानमंत्री ने कहा कि पहले जगह-जगह सार्वजनिक स्थानों पर अनाउंसमेंट होती कि किसी अनजान वस्तु मत छूना, जगह-जगह बम ब्लास्ट होते थे, अब ऐसा नहीं है।

रक्षा विशेषज्ञ भी मानते हैं कि सशस्त्र बलों के दिग्गजों के लिए वन रैंक वन पेंशन योजना हमारे सैनिकों की भलाई सुनिश्चित करने के लिए एक ऐतिहासिक कदम है। रक्षा मंत्रालय के अनुसार, लगभग 70 हजार करोड़ रुपये के व्यय के साथ लाखों पूर्व सैनिकों और उनके पारिवारिक पेंशनभोगियों के बीच करोड़ रुपये से अधिक की बकाया राशि भी वितरित की गई है।

ओआरओपी का उद्देश्य समान रैंक और समान अवधि की सेवा से सेवानिवृत्त होने वाले सैन‍िकों लिए एक समान पेंशन सुनिश्चित करना है, चाहे वे किसी भी समय सेवानिवृत्त हों

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर देशवासियों को संबोधित करते हुए मणिपुर हिंसा पर गहरी चिंता व्यक्त की।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के सभी 140 करोड़ लोगों को परिवारजन कह कर संबोधित करते हुए कहा कि पिछले कुछ सप्ताह के दौरान नॉर्थ ईस्ट में और हिंदुस्तान के कुछ अन्य भागों में विशेषकर मणिपुर में जो हिंसा का दौर चला, कई लोगों को अपना जीवन खोना पड़ा, मां-बेटियों के सम्मान के साथ खिलवाड़ हुआ। लेकिन कुछ दिनों से लगातार शांति की खबरें आ रही है। देश मणिपुर के लोगों के साथ है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शांति से ही समाधान निकलने की वकालत करते हुए कहा कि पिछले कुछ दिनों से मणिपुर के लोगों ने जो शांति बना रखी है उस शांति के पर्व को आगे बढ़ाएं। राज्य और केंद्र सरकार मिलकर, उन समस्याओं के समाधान के लिए भरपूर प्रयास कर रही है और करती रहेगी।

प्रधानमंत्री ने इस बार आई प्राकृतिक आपदाओं से पीड़ित लोगों के प्रति अपनी संवेदनाएं प्रकट करते हुए यह भी कहा कि इस बार प्राकृतिक आपदा ने देश के अनेक हिस्सो में अकल्पनीय संकट पैदा किया है। जिन परिवारों ने इस संकट में सहन किया है, मैं उन सभी परिवारजनों के प्रति अपनी संवेदना प्रकट करता हूं। राज्य और केंद्र सरकार मिलकर इन सभी संकटों से मुक्त होकर तेजी से आगे बढ़ेगी, इसका विश्वास दिलाता हूं।

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