पीएम नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को हैदराबाद हाउस में जमैका के प्रधानमंत्री एंड्रयू होलनेस के साथ द्विपक्षीय वार्ता की। दोनों नेताओं ने भारत और जमैका के बीच द्विपक्षीय संबंधों पर चर्चा की।
होलनेस की नई दिल्ली यात्रा का ऐतिहासिक महत्व है। वह भारत दौरे पर आने वाले जमैका के पहले पीएम हैं। उनकी चार दिवसीय यात्रा 3 अक्टूबर तक जारी रहेगी।
इससे पहले दिन में होलनेस ने राजघाट पर महात्मा गांधी को पुष्पांजलि अर्पित की।
विदेश मंत्रालय ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर तस्वीरें साझा करते हुए लिखा, “राष्ट्रपिता का सम्मान! जमैका के पीएम एंड्रयू होलनेस ने आज राजघाट पर महात्मा गांधी को पुष्पांजलि अर्पित की।”
जमैका के प्रधानमंत्री राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ और अन्य उच्च पदस्थ अधिकारियों और व्यापारिक नेताओं से भी मुलाकात करेंगे।
विदेश मंत्रालय ने कहा, “इस यात्रा से आर्थिक सहयोग बढ़ाने और जमैका और भारत के बीच दीर्घकालिक संबंधों को मजबूती मिलने की उम्मीद है।”
होलनेस के भारत दौरे के दौरान कई समझौता ज्ञापनों (एमओयू) पर हस्ताक्षर होने की उम्मीद है, जिससे द्विपक्षीय सहयोग और मजबूत होगा।
भारत और जमैका के बीच सांस्कृतिक और ऐतिहासिक संबंधों की जड़ें बेहद गहरी हैं। दोनों देशों का औपनिवेशिक अतीत साझा है, लोकतांत्रिक मूल्यों के प्रति प्रतिबद्धता और क्रिकेट के प्रति जुनून दोनों देशों में देखने को मिलता है। इस यात्रा से भारत-जमैका के बीच कूटनीतिक संबंधों को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है।
आबादी का एक छोटा हिस्सा होने के बावजूद भारतीयों ने अपने जमैका के सांस्कृतिक और सामाजिक जीवन पर गहरा असर डाला है।
1995 में, जमैका सरकार ने देश के सामाजिक और आर्थिक विकास में भारतीयों के योगदान को मान्यता देते हुए 10 मई को भारतीय विरासत दिवस घोषित किया।
1 मार्च, 1998 को जमैका में भारतीय संस्कृति के लिए राष्ट्रीय परिषद का गठन किया गया। यह भारतीय संघों का छात्र संगठन है जिसका मिशन भारतीय संस्कृति को संरक्षित और बढ़ावा देना है।